गढ़वाल केंद्रीय विवि में एक दिवसीय व्याख्यान माला

श्रीनगर गढ़वाल: ग्रामीण प्रबन्धन ग्रामीण विकास और चुनौतियां विषय को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विवि समाजशास्त्र और समाजकार्य विभाग की ओर से एक दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन विभागीय सभागार में किया गया।
गढ़वाल विवि समाजशास्त्र समाज कार्य विभाग की अध्यक्ष प्रो. किरन डंगवाल ने व्याख्यान माला को प्रासंगिक भी बताते कहा कि अपने गांवों से जुड़कर कार्य करना समाज हित में जरूरी भी है। गांवों की जरूरत के अनुसार विकास योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कारगर प्रबन्धन करने से हम गांवों से पलायन को भी रोक सकते हैं। ग्रामीण प्रबन्धन, गांव का विकास जैसे मुद्दे समाजकार्य पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए फील्ड वर्क करने को लेकर भी एक विस्तृत मंच उपलब्ध कराते हैं
व्याख्यान माला के मुख्य वक्ता मलेशिया में कार्यरत डा. देवेंद्र कुमार बुड़ाकोटी ने ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करने के साथ ही अपने अनुभवों को भी साझा किया। गांव के विकास में प्रवासियों की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताते उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश के संरक्षण और संस्कृति के संरक्षण को लेकर वह स्वयं विगत कई सालों से अपने गांव चाई में एक माडल के रूप में चाई महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने प्रवासियों को विशेष रूप से गांव में आमंत्रित भी किया जाता है। इस वर्ष के चाई महोत्सव में गढ़वाल विवि के समाजशास्त्र विभाग के छात्र-छात्राओं को भी उन्होंने विशेष रूप से आमंत्रित किया। विभाग की फैकल्टी डा. जेपी भट्ट ने व्याख्यान माला का संचालन करते हुए ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए। इस मौके पर डा. दिनेश चौधरी, विजेंद्र सिंह, सतीश गुसाईं, वंदना डंगवाल शामिल हुए।