पुल बनने से 50 गांव की राह होगी आसान
रुद्रप्रयाग: पीएमजीएसवाई के तहत गबनी गांव में मंदाकिनी नदी पर 28.39 करोड़ की लागत से बनने वाला हाट-बष्टी पुल का केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने शिलान्यास किया। माना जा रहा है कि प्रदेश में पहली बार संपर्क मार्ग को जोड़ने के लिए डबल लेन पुल निर्माण किया जा रहा है। पुल निर्माण होने से क्षेत्र के लगभग पचास से अधिक गांवों को आवाजाही की सहूलियत मिलेगी।
अगस्त्यमुनि ब्लाक के अंतर्गत वर्ष 2002 में निर्मित हाट-बष्टी मोटरमार्ग पर पुल नहीं बन सका था। पिछले लंबे समय से ग्रामीण मोटरमार्ग पर मोटर पुल का निर्माण किए जाने की मांग करते आ रहे थे। पूर्व में लोक निर्माण विभाग ने भी पुल निर्माण के लिए कई बार शासन को प्रस्ताव भेजा, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। इसके बाद पीएमजीएसवाई वर्ष 2020 में हाट-बष्टी मोटर मार्ग के लिए 100 मीटर लंबे स्पान पुल का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था, जिसके निर्माण के लिए भारत सरकार से जून 2021 में पुल निर्माण के लिए 28.39 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली थी। यह मोटरपुल गबनी गांव के पास गौरीकुंड हाईवे से हाट-बष्टी मोटरमार्ग पर मंदाकिनी नदी के ऊपर बनाया जाएगा। संपर्क मार्ग को जोड़ने के लिए प्रदेश में यह पहला डबल लेन पुल होगा।
सोमवार को केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने गबनी गांव में पुल निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इसके बाद रिबन काटकर मोटर पुल का शिलान्यास किया। विधायक रावत ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को जल्दी से जल्दी पुल निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि ग्रामीणों को पुल का बेहतर लाभ मिल सके। बताया कि पुल निर्माण से जखोली व अगस्त्यमुनि क्षेत्र के पचास से अधिक गांव आपस में लिक हो जाएंगे। पुल निर्माण होने से कई गांवों की अतिरिक्त दूरी भी घट जाएगी, हालांकि पीएमजीएसवाई ने पुल निर्माण के लिए बेसमेंट की निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
बडमा विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष कालीचरण रावत ने बताया कि बष्टी हाट पुल निर्माण शुरू कराने के लिए विधायक शैलारानी रावत का आभार जताया। इस अवसर पर विक्रम नेगी, प्रधान हाट सुखवीर सिंह, कुलवीर सिंह, सुजान राणा, भानु रावत, अनिल कोठियाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।