आधुनिक तकनीक से लैस होगी रोडवेज कार्यशाला, सचिव परिवहन ने किया हरिद्वार रोड स्थित कार्याशाला का निरीक्षण

देहरादून: रोडवेज की आर्थिक स्थिति सुधारने और उसे पटरी पर लाने की कसरत में जुटी सरकार ने अब रोडवेज कार्यशालाओं को आधुनिक बनाने की तैयारी कर ली है। इसी क्रम में बुधवार को सचिव परिवहन अरविंद सिंह हयांकी ने हरिद्वार रोड स्थित कार्यशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान बसों की अधूरी धुलाई पर उन्होंने नाराजगी भी जताई। आदेश दिए कि ट्रांसपोर्टनगर में बन रही नई कार्यशाला पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से लैस हो और वहां कर्मचारियों के लिए विश्राम कक्ष भी बनाए जाएं
रोडवेज कार्यशाला पूरी तरह ट्रांसपोर्टनगर में शिफ्ट होनी है। अभी एक डिपो व स्मार्ट सिटी की बसों का संचालन ट्रांसपोर्टनगर से किया जा रहा, जबकि बाकी काम हरिद्वार रोड स्थित पुरानी कार्यशाला में चल रहे हैं। कार्यशाला शिफ्ट करने की कसरत के बीच बुधवार की दोपहर परिवहन सचिव अरविंद सिंह हयांकी व रोडवेज के प्रबंध निदेशक रोहित कुमार मीणा ने कार्यशाला में औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों को देखते ही वहां मौजूद कर्मचारियों में हडकंप मच गया और आनन-फानन में रोडवेज मुख्यालय से बाकी अधिकारी भी वहां पहुंच गए।
सचिव ने कार्यशाला का बारीकी से निरीक्षण किया और देखा कि बसों की धुलाई सिर्फ ऊपरी तौर पर की जा रही। उन्होंने कहा कि अगर नीचे से धुलाई नहीं होगी तो मिट्टी पुर्जों पर जमती रहेगी और कोई पुर्जा खराब होगा तो उसका पता कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि नई कार्यशाला में यह स्थिति न हो। सचिव ने मशीनों व नए उपकरणों का निरीक्षण भी किया। अधिकारियों से बसों के टायर और पुर्जों की रिपोर्ट भी मांगी। निरीक्षण के बाद सचिव व प्रबंध निदेशक ने मुख्यालय पहुंच रोडवेज के कर्मचारी संगठनों से वार्ता की। जिसमें रोडवेज की आर्थिक स्थिति सुधारने पर सुझाव लिए गए। इस दौरान महाप्रबंधक दीपक जैन भी मौजूद रहे।
शीघ्र बनाई जाए कार्ययोजना: सचिव
मुख्यालय में बैठक में सचिव परिवहन ने रोडवेज अधिकारियों को 500 करोड़ रुपये के घाटे को दूर करने की जल्द कार्ययोजना बनाने को कहा गया। कार्यशाला को बेहतर बनाने के लिए पीपीपी मोड पर ध्यान दिए जाने पर जोर दिया। समस्त डिपो में जो भी कमियां हैं, उन्हें चिह्नित कर दूर करने को कहा गया। खर्चें में कटौती के लिए सचिव ने सीएनजी बसों की खरीद करने व पुरानी बसों में सीएनजी किट लगाने को भी कहा। साथ ही आयु सीमा पूरी कर चुकी समस्त 180 बसों को नीलाम करने को कहा।