जानिए कैसे यह जर्मन ‘हियरिंग एड’ कंपनी भारत में लोगों की ज़िंदगियों में भारी बदलाव ला रही है
ब पियूष कुमार जैन hear.com से जुड़े, जो ‘हियरिंग एड’ (कान की मशीन) की दुनिया की सबसे तेज़ प्रगति करने वाली कंपनी है, तो उन्हें पता भी नहीं था कि उनकी ज़िन्दगी हमेशा के लिए बदल जाएगी। जानिए पियूष की कहानी:
2017 में, हियर डॉट कॉम के संस्थापक, डॉ मार्को वीटोर ने पीयूष जैन को नवीनतम जर्मन हियरिंग एड तकनीक से परिचित कराया: Horizon। शीर्ष जर्मन हियरिंग एड इंजीनियरों (पूर्व में सीमेंस से) ने रिसर्च और डवलपमेंट में सालों साल मेहनत करके एक इतनी आधुनिक और छोटे आकार वाला हियरिंग एड विकसित किया जो बहुत ही आसानी से कान के पीछे या उसके अन्दर पूरी तरह से फिट होकर छिप जाता है।
डॉ. विएटर ने जब पियूष जैन से इस टेक्नोलॉजी को भारतीय बाज़ार में लाने की बात कही तो शुरू में पियूष हिचकिचाए: वह जानते थे कि उनकी माँ की सुनने की शक्ति धीरे-धीरे खो रही थी लेकिन वह किसी भी कीमत पर हियरिंग एड नहीं लगवाना चाहती थीं क्योंकि उन्हें लगता था कि मशीन बहुत बड़ी होने की वजह से अच्छी नहीं लगती है। साथ ही वह सोचती थीं कि सुनने की मशीन लगाने से वह बहुत बुज़ुर्ग लगने लगेंगी।
Horizon हियरिंग एड की गुणवत्ता और डॉ. विएटर के दावों को परखने के लिए पियूष ने अपनी माताजी से उनका एक हियरिंग एड इस्तेमाल करने की विनती की।