दिल्ली के खिलाफ मैच में कोचिंग स्टाफ से हुई चूक, जानें क्या है मामला
दिल्ली के खिलाफ मैच में बल्लेबाजों से सजी पंजाब की टीम बिल्कुल लाचार नजर आई। 160 रनों का पीछा करने उतरी पंजाब टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाले जानी बेयरस्टो और लियाम लिविंग्सटन इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए। बेयरस्टो 28 रन बनाकर नार्खिया के शिकार बने तो लियाम लिविंग्सटन को कुलदीप ने अपनी फिरकी में फंसा कर पंत के हाथों स्टंप कराया। जितेश शर्मा की 44 रनों की पारी के अलावा कोई भी बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना सका लेकिन इस मैच के दौरान एक घटना घटी जिसके बाद मैच आफिशियल को बीच में आना पड़ा।
दरअसल 160 रन का पीछा करते हुए पंजाब की टीम शुरुआती झटकों से उबरने की कोशिश कर रही थी। पहले ही 3 विकेट गंवा चुकी पंजाब को जब एक साझेदारी की जरुरत थी तो 7वें ओवर में अक्षर पटेल की एक गेंद कप्तान मयंक अग्रवाल का गिल्ली ले उड़ी। उसके बाद जितेश शर्मा बल्लेबाजी के लिए आना चाह रहे थे लेकिन टीम के कोच अनिल कुंबले अक्षर को काउंटर करने के लिए इस क्रम में किसी लेफ्ट हैंडेड को भेजना चाह रहे थे और इसलिए उन्हें रोकना चाहा। लेकिन इस बीच अंपायर को बीच-बचाव करनी पड़ी और जितेश को ही बल्लेबाजी के लिए जाना पड़ा। जितेश पंजाब की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने और 44 रनों की पारी खेली। नियम के अनुसार यदि कोई बल्लेबाज बाउंड्री के पार कर जाता है तो वो फिर वापस नहीं आ सकता है।
दिल्ली के खिलाफ इस घटना ने पंजाब की टीम के लिए ये सवाल खड़े कर दिए हैं कि उन्हें इस नियम के बारे में कैसे पता नहीं था या फिर टीम के अंदर कम्यूनिकेशन गैप थी जिस कारण से वो अपनी योजना को मैच में लागू नहीं कर पाए। पंजाब की तरफ से इसे बड़ी चूक भी कही जा सकती है क्योंकि टी20 क्रिकेट में एक छोटी सी छोटी चूक जीत और हार का कारण बन जाती है। हालांकि इस मैच में पंजाब की बल्लेबाजी खराब रही और 160 रनों के जवाब में टीम केवल 142 रन ही बना पाई। इस हार से पंजाब की प्लेआफ में पहुंचने की उम्मीदों को धक्का लगा है क्योंकि अब उसे आखिरी मैच में बड़ी जीत हासिल करने के अलावा दूसरी टीमों के परिणामों पर भी निर्भर रहना पड़ेगा।