जिले के आठ इंटर कालेजों में स्थापित की खगोल विज्ञान प्रयोगशाला
छात्र-छात्राओं में खगोल विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए जिले के दो और इंटर कालेजों में खगोल विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की गई है। जिले के छह इंटर कालेजों में पहले से ही छात्रों को सौरमंडल की बेसिक जानकारी दी जा रही है। पढ़ाई के साथ ही खगोलीय घटनाओं की जानकारी लेने के लिए उत्सुक छात्रों में यह लैब निश्चित ही वैज्ञानिक दृष्टीकोण विकसित करने में सार्थक साबित हो सकेगी।
छात्र-छात्राओं में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए समग्र शिक्षा ने राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत जिले के कई इंटर कालेजों में टिंकरिंग लैब के साथ ही खगोल विज्ञान प्रयोगशाला भी स्थापित की है, जिसमें छात्रों को सौरमंडल में होने वाली खगोलीय घटनाओं और सेटेलाइट आदि की जानकारी प्रदान की जा रही है। जिले में अभी तक जीआईसी रानीचौरी, जाखणीधार, कमांद, दुआधार, मियाणी, सिलारी में प्रयोगशाला स्थापित की गई है, जबकि इन दिनों जीआईसी पौखाल और जीआईसी पौड़ीखाल में प्रयोगशाला तैयार की जा रही है। अटल उत्कृष्ट इंटर कालेज सिलारी के प्रधानाचार्य दीपक कुमार और जीआईसी म्याणी के प्रधानाचार्य प्रजापति नौटियाल ने बताया कि कालेज में स्थापित की गई यह प्रयोगशाला छात्र-छात्राओं के लिए नया अनुभव है। कालेज में विषयों की पढ़ाई के अलावा अलग से क्लास शुरू की गई है, जिसमें दूरबीन से सौर मंडल होने वाली घटनाओं की जानकारी हासिल करने के लिए बच्चे खासे उत्सुक रहते हैं। छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए समग्र शिक्षा का यह अभियान सराहनीय है।
सामान्य पढ़ाई के साथ ही छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं। इसका उद्देश्य छात्रों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रबंधन (नासा) की ओर से किए जाने वाले शोध और आविष्कार की जानकारी देकर उन्हें विज्ञान के प्रति आकर्षित करना है। कालेजों से इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। – डा. रामगोपाल गंगवार, जिला समन्वयक समग्र शिक्षा टिहरी।