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इंजीनियरिंग काॅलेज:त्रि-दिवसीय ड्रिलिंग इंजीनियरिंग कार्यशाला संपन्न

बाड़मेर इंजीनियरिंग काॅलेज में इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों पर एक्सपर्ट सेशन का आयोजन करवाया जाता है। इसी कड़ी में काॅलेज की पेट्रोलियम इंजीनियरिंग ब्रांच की ओर से ड्रिलिंग इंजीनियरिंग विषय पर वर्कशाॅप का शुक्रवार समापन हुआ। इसमें इंडस्ट्रीयल एक्सपर्ट विपिन भल्ला की ओर से कार्यशाला आयोजि‍त की गई। एक्सपर्ट भल्ला ने अपने 30 वर्षों का अनुभव विद्यार्थियों के समक्ष साझा किया। भल्ला ओ.एन.जी.सी., एडनोक आबूदाबी, पेट्रोलियम डवलपमेंट ओमान में सेवाएं दे चुके है। ड्रिलिंग एण्ड वेल कंट्रोल विषय में अब स्वतंत्र सलाहकार के रूप में सेवाएं दे रहे है ताकि विद्यार्थियों पेट्रोलियम इंडस्ट्री का प्रेक्टिकल ज्ञान अर्जित कर सके।

पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग से पलाश बरदलै व प्रशान्ता कुमार राॅय ने बताया कि भल्ला ने रिग और इसके प्रकार, वेल कंट्राेल, केसिंग डिजाइन, आईडब्ल्यूसीएफ, लेवल 2 सर्टिफिकेशन, डायरेक्शनल ड्रिलिंग तथा भविष्य में इससे जुड़े रोजगार के बारे में जानकारी दी। काॅलेज के सभी विद्यार्थियों ने कार्यशाला में भाग लिया। एमबीएम विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अजय शर्मा बताया कि काॅलेज में लगातार कार्यशालाओं, एक्सपर्ट सेशंस तथा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया जा रहा है, जो सराहनीय है।

कार्यशाला का आयोजन प्लेसमेंट टीम हिमांशु दवे, बाल किशन, दिलीप सोनी ने किया गया। ट्रेनिंग और प्लसमेंट सेल से दिव्या खत्री ने बताया कि इंटरनेशनल वेल कंट्रोल फोरम एकमात्र स्वतंत्र निकाय है जो तेल और गैस के कुएं नियंत्रण प्रशिक्षण, मान्यता और प्रमाणन पर केंद्रित है। यह फोरम उद्योग जगत के सहयोग से योग्यता बढ़ाने और व्यवहार बदलने में मदद कर रहे है। काॅलेज प्राचार्य डाॅ. एस.के. विश्नोई ने बताया कि काॅलेज में कई कार्यशालाओं के आयोजन से अध्ययनरत विद्यार्थियों को संबंधित विषयों की गतिविधियों से रूबरू होने से उत्साहवर्धन होता है तथा तकनीकी स्तर के ज्ञान की जानकारी प्राप्त होती है। बाड़मेर में पेट्रोलियम के बहुतायत भंडार होने से भविष्य में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। इस दाैरान काॅलेज स्टाफ माैजूद रहा।

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