आशीष नेहरा ने बदल दिया आइपीएल का इतिहास, बने ट्राफी जीतने वाले पहले भारतीय कोच
इंडियन प्रीमियर लीग का 15वां सीजन कई मायने में यादगार बन गया। आइपीएल 2022 में पहली बार टूर्नामेंट में खेलने उतरी गुजरात टाइटंस की टीम ने अपनी धाक जमाई। लीग स्टेज में टाप पर रहने वाली हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली टीम ने राजस्थान रायल्स के खिलाफ फाइनल में आसान जीत दर्ज की। इस जीत में कोच आशीष नेहरा का बहुत बड़ा योगदान रहा। वह आइपीएल की ट्राफी जीतने के साथ एक खास रिकार्ड भी अपने नाम करने में कामयाब हुई
आइपीएल के पिछले 14 सीजन में अब तक किसी भी भारतीय कोच की टीम को आईपीएल ट्राफी नहीं मिल पाई थी। इस साल यानी 15वें सीजन में लखनऊ और गुजरात दो नई टीमें टूर्नामेंट में शामिल की गई थी। इन दोनों को ही भारतीय दिग्गजों की देख रेख में टूर्नामेंट में उतारा गया था। पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ बतौर मेंटोर जुड़े तो वहीं आशीष नेहरा को गुजरात टाइटंस ने अपनी मुख्य कोच बनाया था।
पिछले 14 सीजन जिस टीम को भी आईपीएल ट्राफी मिली थी उनके कोच विदेशी थे लेकिन गुजरात ऐसी पहली टीम बन गई है जिसने भारतीय कोच के देख रेख में इसपर अपना कब्जा जमाया। आइपीएल की ट्राफी जीतने वाली नेहरा पहले भारतीय कोच बने हैं। इससे पहले चार बार स्टीफन फ्लेमिंग(चेन्नई सुपर किंग्स), तीन बार महेला जयवर्धने (मुंबई इंडियंस)ने अपनी अपनी टीम को चैंपियन बनाया था।
ट्रेवर बैलिस (कोलकाता नाइटराइडर्स) के मुख्य कोच रहते टीम ने दो बार आइपीएल ट्राफी जीती थी जबकि एक-एक बार टाम मूडी, रिकी पोंटिंग, जॉन राइट, डैरेन लेहमैन और शेन वार्न ने इस खिताब को जीतने में टीम की मदद की थी।
गुजरात का आइपीएल में प्रदर्शन
लीग स्टेज में गुजरात की टीम ने 14 में से सिर्फ 4 मैच में ही हार का सामना किया। अंक तालिका में टाप पर रहे हुए प्लेआफ में टीम ने जगह बनाई थी। राजस्थान के खिलाफ टीम ने क्वालीफायर 1 को जीतकर फाइनल में जगह पक्की की। फाइनल में टीम के सामने एक बार फिर से राजस्थान की टीम ही थी और यहां भी गुजरात ने बाजी मारी।