मनोविज्ञान विभाग को बेहतर बनाने के लिए पूर्व छात्राओं ने दिए सुझाव
कन्या गुरुकुल परिसर के मनोविज्ञान विभाग में ऑनलाइन माध्यम से पूर्व छात्राओं के सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का संचालन प्रो. श्यामलता जुयाल ने किया।
उन्होंने पूर्व छात्राओं से विभाग को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे। अधिकांश छात्राओं ने इंटर्नशिप और परामर्श से संबंधित पाठ्यक्रमों को संचालित करने का सुझाव दिया। कुछ छात्राओं ने विभाग में हिंदी में मनोविज्ञान की पुस्तकों की उपलब्धता में कमी और इस तरह का आयोजन दो वर्ष में एक बार ऑफलाइन होने का सुझाव भी दिया। प्रो. जुयाल ने छात्राओं को बताया कि मनोविज्ञान विभाग अगले सत्र से गाइडैंस व काउंसिल का एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ कर रहा है। जो छात्राओं के लिए बहुत उपयोगी है। उन्होंने छात्राओं से मनोविज्ञान के क्षेत्र में असीमित विकल्पों पर भी चर्चा की और इस पर भी प्रकाश डाला कि बदलते लाइफस्टाइल के साथ मनोविज्ञान के ज्ञान से किस प्रकार व्यक्ति स्वयं अपने तथा समाज के साथ सामंजस्य स्थापित करने में सक्षम हो सकता है। कार्यक्रम में डॉ.सुनीता, शोध छात्रा मेघा तरागी, रूपाली व मोनी सिंह ने भी अपने विचार रखे।