मंडावर ग्राम पंचायत बनी नगर पालिका:21 वार्ड पंच बनेंगे पार्षद, सरपंच सरिता नारेडा होंगी पहली चेयरमैन
राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर मंडावर ग्राम पंचायत को नगर पालिका में तब्दील करने के आदेश जारी कर दिए हैं। ग्राम पंचायत को नगरपालिका बनाने पर स्थानीय सरपंच सरिता नारेड़ा सहित लोगों ने खुशी जाहिर की है। ग्राम पंचायत स्तर पर कस्बे में अनेक विकास कार्य नहीं होने से लोगों के सपने अधूरे थे। सरकार ने 20 मई को एक अधिसूचना जारी कर ग्राम पंचायत मंडावर को चतुर्थ श्रेणी की नगरपालिका घोषित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
नपा में ग्राम पंचायत सीमा क्षेत्र ही रहेगा शामिल
नवगठित नगरपालिका मंडावर में ग्राम पंचायत सीमा क्षेत्र को ही शामिल किए जाने की अधिसूचना जारी की गई है। जिसमें जनगणना 2011 के अनुसार आबादी की जनसंख्या 11960 है। इसमें कुल 21 वार्ड है जिनमें 7980 मतदाता है। इस सीमा क्षेत्र में कस्बा मंडावर, गांव मंडावर, तारा का बास, बीच का बास, बड़ा बास, ठोड़ी का बास, आमाडी ढाणी, पांच पौधे वाली ढाणी शामिल है।
सरपंच बन सकेंगी चेयरमैन
मंडावर के नगर पालिका बनाए जाने पर नगर पालिका की चेयरमैन सरपंच सरिता नारेडा बन सकेंगी। पूर्व में महवा को नगरपालिका बनाए जाने पर महवा के सरपंच विजय शंकर बोहरा को भी चेयरमैन बनाया गया था। इसी तर्ज पर मंडावर नगर पालिका की चेयरमैन मंडावर सरपंच सरिता नारेडा बन सकेंगी। साथ ही वार्ड पंचों को भी पार्षद का दर्जा मिल सकेगा।
राज्य सरकार का यह फार्मूला
स्वायत शासन विभाग राजस्थान द्वारा दिनांक 1 जून 2021 को जारी किए गए आदेश क्रमांक 2025 राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 3 की उपधारा (1) के खंड (क) एवं उप धारा 8 के खंड (ग) के अनुसार राज्य सरकार द्वारा राज्य की किसी क्षेत्र को नगर पालिका क्षेत्र घोषित किए जाने पर नगर पालिका किए गए ऐसे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सरपंच को नगर पालिका अध्यक्ष एवं उपसरपंच को नगर पालिका उपाध्यक्ष एवं वार्ड पंचों को पार्षद समझा जाएगा
नगरपालिका बनने से मिलेंगी कई सुविधाएं
माना जा रहा है कि मंडावर के नगरपालिका बनने के साथ ही लोगों के सामने साफ सफाई व्यवस्था को लेकर आ रही परेशानी दूर होगी। वहीं दूसरी तरफ गंदगी से भरे नालों की सफाई हो सकेगी। सीवरेज लाइन बिछाए जाने से पानी निकासी की व्यवस्था दुरुस्त बन सकेगी। इसी प्रकार रात के समय कस्बे में छाए रहने वाले अंधेरे से निजात मिलेगी। सभी बाजार, गली मोहल्लों में जगह-जगह एलईडी लाइट लग सकेगी तथा गांधी चौक से लेकर नए बस स्टैंड तक सड़क किनारे रोड लाइट लगने से मंडावर का बाजार चमाचम हो सकेगा।
पेयजल समस्या से मिलेगी निजात
शहर और ढाणियों की सबसे बड़ी लोगों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिल सकेगी। ढाणी-ढाणी तक पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन का बिछाव हो सकेगा तथा लोग नलों से पानी की आपूर्ति का लाभ उठा सकेंगे। वहीं नगरपालिका बनने पर वार्डों में आवागमन के लिए सड़कें बन सकेंगी तथा रोड़ लाइट लगने से रात में अंधेरे से मुक्ति मिल सकेगी। लोगों को स्वच्छ पीने का पानी व साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुलभ हो सकेगी।
विकास को पंख लगेंगे
सरपंच सरिता नारेड़ा का कहना है कि नगरपालिका बनने के बाद पहली प्राथमिकता गांव की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना, बिजली व्यवस्था सही करने, पेयजल व्यवस्था समेत बस स्टैंड पर यात्री प्रतिक्षालय, अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार, कचरा संग्रहण के लिए वाहन लगाना, रोड पर हाई मास्क लाइट लगाना, शहर में जगह-जगह वाटर कूलर लगाने सहित अन्य योजनाएं शामिल है। उन्होंने बताया कि मंडावर में आबादी विस्तार की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगी जिससे उन्हें अपने भूखंड के पट्टे आसानी से मिल सकेंगे।