13 दिवसीय इंस्ट्रक्शनल स्कूल फार टीचर्स कार्यक्रम शुरू
नई टिहरी : उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून की ओर से नेशनल सेंटर फार मैथेमेटिक्स के सहयोग से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में 13 दिवसीय इंस्ट्रक्शनल स्कूल फार टीचर्स कार्यक्रम शुरू किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विवि एवं विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों में गणितीय प्रतिभा का विकास करना है।
यूसर्क के विज्ञानी व कार्यक्रम संयोजक डा. राजेंद्र सिंह राणा ने बताया कि यूसर्क की निदेशिका प्रो. अनीता रावत के निर्देशन में यूसर्क राज्य के दूरस्थ इलाकों में विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार को विभिन्न कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करता आ रहा है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए इंस्ट्रक्शनल स्कूल फार टीचर्स (आइएसटी) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 10 राज्यों के अलग-अलग विश्वविद्यालयों से गणितीय शिक्षक एवं शोधार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में यूसर्क के विज्ञानी डा. ओम प्रकाश नौटियाल ने राज्य भर में यूसर्क की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान से संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी प्रतिभागियों को दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डायट न्यू टिहरी के प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल ने यूसर्क के कार्यों की सराहना की तथा भविष्य में विज्ञान विषयों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम राज्य के विद्यालय के शिक्षकों के लिए आयोजित करने की बात कही। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड रिसर्च, मोहाली के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डा. कृष्णेंदु गंगोपाध्याय ने देशभर में एनसीएम की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार के गणित विषय से संबंधित एटीएम स्कूलों के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया। तकनीकी सत्र के प्रथम दिन द्वाराहाट पीजी कालेज के डा. नरेंद्र कुमार सिंह ने शिक्षकों को यह बताने की कोशिश की कि किस तरह से कोई भी नया चैप्टर शुरू करना चाहिए। गणित विषय को ऐतिहासिक विकास के साथ समझाना बेहतर रहेगा। कंप्लेक्स एनालिसिस कैसे शुरू करना चाहिए इस पर विस्तार से जानकारी दी। इसकी बारीकियों से प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर डा. अभिषेक मुखर्जी, डा. प्रियंका, डा. सूरज पाल सिंह, डा. बनारसी लाल, डा. सरफराज आलम, डा. देवकांता, डा. सोनिका सिंह, डा. बालेंद्र प्रताप सिंह, डा. वीर सिंह रावत सहित विभिन्न राज्यों से आए 35 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।