लैब जांच के लिए अब परिजनों को नहीं होना पड़ेगा परेशान
बेस चिकित्सालय में वार्डों में भर्ती मरीजों एवं उनकी सुविधाओं हेतु माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने अस्पताल में नई नीति बनाने जा रही है। जिसके तहत पहले अस्पताल में नियुक्त जूनियर डॉक्टर, इंटर्न, नर्सिंग इंचार्ज, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय, आया और अटेन्डेंट को प्रजेन्टेशन के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग की उक्त नीति कामयाब रहती है तो वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों को अपने मरीज की जांच सैंपलों के लिए लैब के चक्कर कटाने नहीं पड़ेंगे साथ ही वार्डों में एक व्यवस्था के तहत सैंपल लिये जा सकेंगे।
बेस अस्पताल में सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा बनायी जा रही नीति के अनुसार अस्पताल में काम होगा तो, इससे मरीज के साथ परिजनों को सुविधा मिलेगी। कहा कि वार्ड से मरीजों के सैंपल और जांच रिपोर्ट अब वार्ड से ही कर्मचारी लायेगा। जिसके लिए अस्पताल में प्रत्येक वार्ड से मरीज का नाम और सैंपल के साथ सैंपल आईडी के साथ वार्ड इंचार्ज के जरिए लैब में भेज जायेगा और लैब अटेन्डेंट संबंधी वार्डो की मरीजों की रिपोर्ट वार्ड में भेजेगा।