चुकूम का वैकल्पिक रास्ते का किया निरीक्षण
रामनगर (नैनीताल)। मानसून सीजन में आपदाग्रस्त गांव चुकम में प्रशासन ने खाद्यान्न और जरूरी सामान पहुंचा दिया है। प्रशासन की टीम ने आपदाग्रस्त गांव के लिए वैकल्पिक कुनखेत वन मार्ग से साढ़े आठ किलोमीटर रास्ते का निरीक्षण किया ताकि आपदा आने पर इस रास्ते से ग्रामीणों को बाहर निकाला जा सके।
राजस्व गांव चुकम कोसी नदी व जंगल के बीच बसा है जहां हर साल कोसी में आने वाली बाढ़ कहर बरपाती है। पिछले साल बाढ़ में इस गांव को काफी नुकसान हुआ था। चुकम के अलावा सुंदरखाल, पूछड़ी आदि गांवों के लोगों को टेंट में रहकर रात बितानी पड़ी थी। वर्तमान में ग्रामीण नदी पार कर अपने गांव जाते है, लेकिन बरसात के दिनों में गांव का संपर्क कट जाता है। तहसीलदार बिपिन चंद्र पंत, नायाब तहसीलदार डीसी मिश्रा, राजस्व निरीक्षक ताराचंद्र घिल्डियाल व वन कर्मियों की टीम अल्मोड़ा जिले के कुनखेत गांव से घने जंगल के बीच करीब नौ किलोमीटर पैदल चल चुकम गांव पहुंची। बाढ़ आने की स्थिति में कुनखेत के जरिये राहत सामग्री पहुंचायी जाएगी। एसडीएम गौरव चटवाल ने बताया कि तहसीलदार ने टीम के साथ रास्ते का निरीक्षण किया है। छह किमी रास्ता ठीक है, लेकिन ढाई किमी कच्चे मार्ग को कई जगह पर ठीक कराने की जरूरत है। गांव में पहले ही चार माह का राशन पहुंचा दिया है।