नई पीढ़ी को साहित्य और कलाओं से जोड़ने की जरूरत
रामनगर (नैनीताल)। साहित्य समाज को रोशनी दिखाने वाली मशाल है और आधुनिक संचार क्रांति के दौर में युवा वर्ग को साहित्य से जोड़ना जरूरी है। साहित्य से ही उनकी रचनात्मक ऊर्जा को सही दिशा मिल सकेगी। यह विचार हिंदी साहित्य भारती उत्तराखंड की नैनीताल जिला इकाई की ओर से आयोजित साहित्य संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रदेश महामंत्री दिनेश पाठक ने व्यक्त किए।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर में डॉ. सत्यप्रकाश मिश्र की अध्यक्षता में हुए पदाधिकारी सम्मेलन और साहित्य संगोष्ठी में आयोजकों ने बताया कि हिंदी साहित्य भारती का प्रयास है कि जिले में नए साहित्यकारों को साहित्य की मुख्यधारा में लाया जाए। क्षेत्रीय भाषा और बोलियों के साहित्य को भी प्रोत्साहित और संरक्षित किया जा रहा है। इस अवसर पर साहित्यकार डॉ. सत्यप्रकाश मिश्र की ‘अतीत के आकाश में’ काव्य कृति का विमोचन साहित्यकार डॉ. प्रभा पंत ने किया।
इस मौके पर हुई काव्य गोष्ठी में बीना जोशी ‘हर्षिता’, पुष्पलता जोशी, डॉ. दुर्गा तिवारी, सगीर अशरफ, मितेश्वर आनंद, डॉ. रामचंद्र पांडेय, डॉ. प्रमोद अग्रवाल गोल्डी, राजाराम विद्यार्थी, देवेश उपाध्याय ने काव्यपाठ किया। डॉ. अनुपम शुक्ल और डॉ. भगवती पनेरू के संचालन में हुई संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि बीना जोशी, डॉ. गिरीश चंद पंत, संस्था जिलाध्यक्ष गणेश रावत, लेखक और पत्रकार हरिमोहन, असलम कोहरा, शक्ति प्रसाद सकलानी, आनंद सिंह रावत, केसी त्रिपाठी, डॉ. ममता शुक्ल, डॉ. मेनका रानी, बीएस डंगवाल, भुवन डंगवाल, दिनेश रावत, आशुतोष शर्मा, डॉ. अजय पांडेय, सिद्धेश्वर चौधरी, अजय मिश्र आदि उपस्थित रहे। डॉ. प्रमोद अग्रवाल गोल्डी की ओर से स्मृति चिह्न दिए गए।