पुस्तक का विमोचन किया
कवि डॉ. विनय प्रताप सिंह की पुस्तक काव्याक्षत का लोकार्पण कवि व पूर्व सांसद प्रो. ओम पाल सिंह निडर और लेखिका डॉ. सोनरूपा ने किया।
डॉ. विनय प्रताप ने अपने साहित्यिक गुरु डॉ. उर्मिलेश की जयंती पर उनका स्मरण किया। प्रो. ओमपाल सिंह निडर ने देश की वर्तमान समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि जब देश संकट में हो, संस्कृति पर आघात तो कवियों को राग-रंग छोड़कर लेखनी की धार पैनी करते हुए राष्ट्रीय भावनाओं से ओत-प्रोत ओजपूर्ण कविताएं लिखनी चाहिए। संचालन करते हुए कवि किसलय क्रांतिकारी ने भी कविता पाठ किया। इस दौरान डॉ. शालिनी जोशी पंत, डॉ. जय प्रकाश मिश्रा, नरेश, राजवंशी, डॉ. मधुराका सक्सेना, डॉ. पीके गुप्ता, सुबोध पुंडीर, सरित, डॉ. पूर्णिमा श्रीवास्तव, हरिप्रकाश खामोश, प्रो. देवेंद्र प्रताप सैनी, शिल्पा, सजल, पंकज गर्ग, कृष्ण, सुकुमार, महावीर, अजय त्यागी, राजकुमार उपाध्याय, डीके वर्मा, देवेंद्र देव, हाकम सिंह आर्य, रोहताश आर्य, जयदेव आर्य आदि मौजूद रहे।