एसडीएम और तहसीलदार ने किया किनारे का निरीक्षण, जिले में अलर्ट जारी
करौली कोटा बैराज के गेट खोल कर चंबल नदी में की जा रही पानी की निकासी के चलते जिले में अलर्ट जारी किया गया है। चंबल नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण चंबल किनारे रहने वाले लोगों से नदी में नहीं जाने और किनारे से दूर रहने की अपील की है। चंबल नदी का जलस्तर मंगलवार शाम 155.20 मीटर पर पहुंच गया है। चंबल नदी में 164.50 मीटर पर खतरे का निशान है।
इस दौरान मंडरायल एसडीएम प्रदीप चौमाल, तहसीलदार महेंद्र गुप्ता और एसडीआरएफ की टीम ने चंबल के राजघाट सहित निचले इलाकों का दौरा कर लोगों से सावधान रहने और नदी में नहीं जाने की अपील की है। यहां गौरतलब है कि चंबल नदी में कोटा बैराज से पानी छोड़ने के बाद चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जल संसाधन विभाग अधिशासी अभियंता सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि चंबल नदी का जलस्तर मंगलवार शाम 155.20 मीटर पर पहुंच गया है। चंबल नदी में 164.50 मीटर पर खतरे का निशान है।
यहां गौरतलब है कि चंबल का जलस्तर बढ़ने से जिले में नदी किनारे बसे करीब एक दर्जन गांव प्रभावित होते हैं। जहां चंबल का पानी घुसने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। एसडीआरएफ की टीम मंडरायल में तैनात की है। जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की तैयारियां पूरी करने और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।