यूज्ड कुकिंग आयल से बायोडीजल बनाने की दी जानकारी
ऋषिकेश: होटल-रेस्टोरेंट में एक मानक तक प्रयोग होने वाले खाद्य तेल को बायो डीजल बनाने के लिए उपयोग में लाने संबंधी जानकारी ऋषिकेश तथा मुनिकीरेती के होटल संचालकों को दी गई। इस दौरान खाद्य तेल के प्रयोग के तरीके तथा उपयोग के बाद इससे बायो डीजल बनाए जाने की चक्रीय प्रक्रिया की जानकारी देकर जागरूक किया गया।
सोमवार को ऋषिकेश के व्यापार सभा भवन तथा मुनिकीरेती के होटल में अलग-अलग ‘तेल ऊर्जा चक्रम‘ अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी ने होटल, रेस्टोरेंट, कैफे, पब और हलवाई आदि को इस्तेमालशुदा तेल का बार-बार इस्तेमाल किये जाने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी। फूड आउटलेट्स के ओनर्स के साथ ही किचन स्टाफ को इस अभियान के तहत यूज्ड कुकिंग आयल से होने वाली संभावित बीमारियों और उनके कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया। यह भी बताया गया कि इस्तेमालशुदा तेल को कैसे फूड चेन से बाहर किया जा सकता है और किस तरह से रुको अभियान से जुड़कर खराब हो चुके इस तेल से आर्थिक लाभ कमाया जा सकता है। एसडीसी फाउंडेशन के प्रवीन उप्रेती ने रुको मिशन में सामान्य तापमान पर बायोडीजल के प्रक्रम के बारे में जानकारी दी। अभियान के उत्तराखंड राज्य के नोडल अधिकारी डिप्टी कमिश्नर एफडीए गणेश कंडवाल ने बताया कि देहरादून मे सीएसआइआर-आइआइपी, खाद्य एवं औषधि विभाग और एसडीसी फाउंडेशन की ओर से चलाया जा रहा रिपरपज्ड यूज्य कुकिंग आयल (रुको) अभियान तीन वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। अब फिर से अभियान को तेज कर दिया गया है