प्राथमिक शिक्षा में एनजीओ के बढ़ते दखल से शिक्षकों में उबाल
प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा में गैर सरकारी संगठनों के बढ़ते दखल पर शिक्षकों में उबाल आने लगा है। उत्तराखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में शिक्षकों ने बाहरी संगठनों के गैर जरूरी दखलंदाजी पर सख्त नाराजगी जताते हुए इस पर जल्द रोक लगाने की मांग की है। इसके साथ ही बैठक में कई अन्य मसलों पर चर्चा की गई।
गुरुवार को उत्तराखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की ब्लॉक इकाई की बैठक राजकीय प्राथमिक प्राथमिक विद्यालय भूड़ में संपन्न हुई। बैठक में संघ के अध्यक्ष प्रवीन वर्मा ने ब्लॉक में नए शिक्षकों की तैनाती के लिए जिला संगठन के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्ड की विसंगतियों को अभी तक दूर नहीं किया गया है, जिससे शिक्षकों को इस योजना का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। बताया कि ब्लॉक के आदर्श प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए लंबे समय से विज्ञप्ति नहीं निकाली गई, जिससे इन विद्यालयों में व्यवस्था पर तैनात शिक्षक शिक्षण कर रहे हैं। ब्लॉक मंत्री कमल सुयाल ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा में गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) का दखल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कुछ संगठन अब शिक्षकों को परेशान करने लगे हैं। शिक्षकों पर कक्षाओं के शिक्षण के बजाय गैर सरकारी संगठनों की ओर से आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए दबाव डाला जा रहा है। कुछ एनजीओ के कर्मचारी बेधड़क स्कूलों में घुसकर अपनी गतिविधियां शुरू करा रहे हैं, जिससे सरकारी विद्यालयों की मूल संस्कृति प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा प्राथमिक शिक्षा में गैर सरकारी संगठनों के बढ़ते दखल को रोकने की जरूरत है। कहा कि इसके लिए जल्द ही जिला कार्यकारिणी के साथ मिलकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात की जाएगी।