तीन सौ छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण
छात्र-छात्राओं को कोविड संक्रमण समेत डेंगू, टायफायड और अन्य संक्रामक रोगों से मुक्त रखने के लिए अब शिक्षण संस्थानों में प्रत्येक दिन तीन सौ बच्चों का स्वास्थ्य जांचा जा रहा है। इसके लिए ब्लॉक क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की दो टीम के चार चिकित्सक और अन्य पैरा मेडिकल कर्मी सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड संक्रमण के साथ ही अन्य संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। खासकर बच्चों किशोरों को बीमारियों से मुक्त रखने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके लिए ब्लॉक में चार चिकित्सकों समेत दो फार्मासिस्ट और दो स्टॉफ नर्स हर दिन स्कूलों में जा रहे हैं। आरबीएसके के चिकित्सक डा. अमित कटियार ने बताया कि अधिकांश बच्चों में जुखाम बुखार और डायरिया की शिकायत मिल रही है। जिन्हें स्कूल में ही दवाई दी जा रही है। गंभीर तौर पर बीमार छात्र-छात्राओं को आवश्यक जांच और उपचार के लिए उप जिला चिकित्सालय भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम एक दिन में 150 छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जा रहा है। अभी तक किसी भी बच्चे में कोविड, डेंगू और टायफायड के लक्षण नहीं पाए गए हैं।