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दलीप ट्रॉफी इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज कर दक्षिण क्षेत्र फाइनल में, पश्चिम क्षेत्र से मुकाबला

दक्षिण क्षेत्र ने दलीप ट्रॉफी इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। बाएं हाथ के स्पिनर साई किशोर के दस विकेटों की मदद से दक्षिण क्षेत्र ने उत्तर क्षेत्र को 645 रन से पराजित किया। रनों के लिहाज से दलीप ट्रॉफी की यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है। वहीं भारतीय क्रिकेट में प्रथम श्रेणी की यह दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इस वर्ष जून में रणजी ट्रॉफी के दौरान मुंबई ने उत्तराखंड को 725 रन से हराया था। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दुनिया की सबसे बड़ी जीत है।

फाइनल में दक्षिण क्षेत्र का सामना पश्चिम क्षेत्र से होगा। पश्चिम क्षेत्र ने मध्य क्षेत्र को 279 रन से हराया। पश्चिम क्षेत्र की दलीप ट्रॉफी के 61 वर्ष के इतिहास में यह सातवीं सबसे बड़ी जीत है। फाइनल मुकाबला 21 से 25 सितंबर तक कोयंबटूर में होगा।

740 रन के लक्ष्य के जवाब में 94 रन पर ढेर हुई उत्तर क्षेत्र की टीम
दक्षिण क्षेत्र ने अपनी पहली पारी रोहन कुन्नुम्मल, कप्तान हनुमा विहारी और रिकी भुई के शतकों की मदद से 8 विकेट खोकर 630 रन बनाकर घोषित की थी। उत्तर क्षेत्र की टीम पहली पारी में 207 रन पर सिमट गई। इसके बाद दक्षिण क्षेत्र ने दूसरी पारी रवि तेजा (104*) के शतक की मदद से 4 विकेट के नुकसान पर 316 रन बनाकर घोषित की। मैच के अंतिम दिन रविवार को 740 रन के लक्ष्य के जवाब में उत्तर क्षेत्र की टीम 30.4 ओवर में मात्र 94 रन पर ढेर हो गई।

ओपनर यश ढुल ने सबसे ज्यादा 59 रन बनाए। दूसरे ओपनर मनन वोहरा ने 11 रन का योगदान दिया। शेष आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। तीन बल्लेबाज कप्तान मनदीप सिंह, ध्रुव शोरी और हिमांशु राणा खाता भी नहीं खोल सके। दक्षिण क्षेत्र की ओर से कृष्णप्पा गौतम, रविश्रीनिवासन साई किशोर और तनय त्यागराजन ने तीन-तीन बल्लेबाजों को आउट किया। साई किशोर ने दोनों पारियों में 39 ओवर में 98 रन खर्च कर 10 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने।

मुलानी ने लिए पांच विकेट, पश्चिम क्षेत्र की आसान जीत
बाएं हाथ के स्पिनर और इस वर्ष रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले शम्स मुलानी (5/72) की घातक गेंदबाजी से एक अन्य सेमीफाइनल में पश्चिम क्षेत्र ने मध्य क्षेत्र को 279 रन से हराया। 501 रन के लक्ष्य के जवाब में मध्यक्षेत्र की दूसरी पारी 57 ओवर में 221 रन पर ऑलआउट हो गई।

पश्चिम क्षेत्र ने पहली पारी में 257 और दूसरी पारी में 371 रन बनाए। मध्यक्षेत्र की टीम पहली पारी में 128 रन ही बना सकी थी। मध्यक्षेत्र के बल्लेबाज दोनों ही पारियों में असफल रहे। हालांकि गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। मध्यक्षेत्र के लिए दोनों पारियों में रणजी ट्रॉफी के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज और उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रहने वाले कुमार कार्तिकेय ने आठ विकेट (पहली पारी में पांच और दूसरी में तीन विकेट) लिए।

मध्यक्षेत्र ने मैच के अंतिम दिन 33 रन पर दो विकेट से आगे खेलना शुरू किया। रिंकू सिंह ने 65, कुमार कार्तिकेय ने 39 और वेंकटेश अय्यर की जगह खेल रहे अशोक मनेरिया ने 32 रन बनाए। पश्चिम क्षेत्र के लिए मुलानी के अलावा चिंतन गजा ने तीन, जयदेव उनादकट, अतीत सेठ ने एक-एक विकेट लिया। पृथ्वी शॉ (60 और 142 रन) मैन ऑफ द मैच बने।

दलीप ट्रॉफी की सबसे बड़ी जीत

विजेता टीम विरुद्ध जीत का अंतर साल
दक्षिण क्षेत्र उत्तर क्षेत्र 645 रन 2022
दक्षिण क्षेत्र मध्य क्षेत्र 552 रन 2011
उत्तर क्षेत्र पूर्व क्षेत्र 413 रन 2008
दक्षिण क्षेत्र उत्तर क्षेत्र 411 रन 2009
इंडिया ब्लू इंडिया रेड 355 रन 2016
दक्षिण क्षेत्र मध्य क्षेत्र 322 रन 1990
मध्य क्षेत्र दक्षिण क्षेत्र 285 रन 1993
पश्चिम क्षेत्र मध्य क्षेत्र 279 रन 2022
पश्चिम क्षेत्र दक्षिण क्षेत्र 274 रन 2009
दक्षिण क्षेत्र पश्चिम क्षेत्र 250 रन 2006

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