सांकेतिक भाषा सीखने को प्रेरित किया
अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर कोतवाली रोड स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र की ओर से कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को सांकेतिक भाषा सीखने के लिए प्रेरित किया गया।
प्रधानाचार्य डा. ए कुमार ने कहा कि सांकेतिक भाषा के बारे में आम जनमानस और छात्रों में जागरूकता लाना जरूरी है, जिससे दिव्यांग जनों को समाज से पूरी मदद मिल सके। जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के नोडल अधिकारी अनंत प्रकाश मेहरा ने बताया कि विश्व की पांच प्रतिशत जनसंख्या श्रवण बाधित है। उन्होंने हरबर्टपुर के अभिनव सैनी, ऋषभ सैनी, सैमसन, सोनिया को श्रवण बाधित युवाओं के लिए आदर्श बताते हुए कहा कि इन युवाओं ने अपनी शारीरिक दिव्यांगता को शिक्षा के आड़े नहीं आने दिया। इसके साथ ही वे समाज के अन्य दिव्यांग जनों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान उमेश ग्रोवर, विनय सैनी, सुमन गुप्ता, रेशमा, चित्रा, स्वाति, शशि, प्रतीक, दीपिका, इंदर, पारूल, ज्योति, तानिया, टि्वंकल, कामनी आदि मौजूद रहे।