पत्रकारिता के पेशे में शुचिता और अनुशासन बनाए रखना जरूरी: प्रो. तलवाड़
श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता में छात्रों को पत्रकारिता के साथ ही नैतिकता का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है। पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को पेशे में शुचिता और अनुशासन बनाए रखने को प्रेरित किया जा रहा है।
प्राचार्य प्रो. केएल तलवाड़ ने पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को बताया कि पत्रकारिता पेशे से ज्यादा जनसेवा है। एक पत्रकार के लिए उसकी आत्मा ही सच्चे अर्थों में उसकी पथ प्रदर्शिका होती है। पत्रकार समाचार के माध्यम से पाठकों की जिज्ञासा की संतुष्टि कर उन्हें सच्चे नागरिक होने का बोध भी करवाता है। उन्होंने कहा कि पाठकों को सूचित करना यानी उन तक सही बात पहुंचाना हर पत्रकार का दायित्व है। पाठक को यह विश्वास होना चाहिए कि छपा हुआ हर शब्द ईमानदारी से लिखा गया है और उसके पीछे कोई दुराग्रह नहीं है। पत्रकार को आरोपित व्यक्ति का पक्ष प्राप्त करने की कोशिश भी अवश्य करनी चाहिए। सांप्रदायिक सद्भाव कायम करने, राष्ट्रीय जीवन धारा में विभिन्न वर्गों के सहयोग से स्वस्थ विकास में प्रेस की महत्वपूर्ण और सार्थक भूमिका होती है। सनसनीखेज, उत्तेजनात्मक और चरित्र हनन करने वाली पत्रकारिता को पीत-पत्रकारिता कहा जाता है, जिससे एक जिम्मेदार पत्रकार को बचना चाहिए। कक्षा में प्राचार्य ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा प्रश्नपत्र के लिए निर्धारित अंकों और पैटर्न की जानकारी भी दी।