जिनेदिन जिदान को मिला सम्मान, ग्रेविन संग्रहालय में रखी गई उनकी मोम की प्रतिमा
फ्रांस फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान जिनेदिन जिदान की मोम की प्रतिमा का अनवारण पेरिस में किया गया। जिदान को सम्मान देते हुए उनकी इस प्रतिमा को ग्रेविन संग्रहालय में रखा गया। जिदान को ये सम्मान फुटबाल में उनके योगदान के लिए दिया गया। जिदान की जो मोम की प्रतिमा बनाई गई है वो बिल्कुल उनकी तरह है और उसे देखकर असली-नकली में फर्क करना मुश्किल लगता है।
50 वर्षीय दिग्गज जिनेदिन जिदान ने 1998 में फ्रांस में अपना पहला फुटबाल विश्व कप जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिदान ने फाइनल मैच में ब्राजील के खिलाफ दो गोल किया था और अपनी टीम की जीत में बड़ी भूमिका अदा की थी। वहीं कुछ साल के बाद वो यानी साल 2000 में यूरोपीय चैंपियनशिप जीतने वाली फ्रांसीसी टीम का हिस्सा थे।
इसके बाद जिनेदिन जिदान की कप्तानी में साल 2006 फुटबाल विश्व कप फाइनल में उन्होंने फ्रांस की कप्तानी की थी और स्कोर करके टीम के बढ़त भी दिलाई थी, लेकिन इस मैच में एक खिलाड़ी को उन्होंने अपने सिर से मार दिया था जिसकी वजह से उन्हें लाल कार्ड मिला और मैदान छोड़ना पड़ा था। इसके बाद इस फाइनल मैच में फ्रांस को इस मैच में पेनाल्टी के दम पर जीत मिल गई थी।
जिनेदिन जिदान ने रियाल मैड्रिड के साथ साल 2002 का चैंपियन लीग खिताब जीता और उनके मैनेजर रहते इस टीम ने तीन बार ये खिताब जीता था। वहीं उन्होंने 2020-2021 सीजन के बाद उन्होंने इस क्लब को छोड़ दिया था। वहीं इस प्रतिमा के अनावरण के बाद जिदान ने कहा कि ये उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। उन्हें देश के लोगों ने काफी प्यार दिया और अब जो ये सम्मान उन्हें दिया गया है वो अविश्वनीय है।