बैठक में अधिकारी अनुपस्थित, डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
डीएम विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने योजना के नोडल अधिकारी दीपक मलिक और अधिशासी अभियन्ता जल निगम (अमृत योजना) सीपी गंगवार के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी प्रकट करते हुए दोनों अधिकारियों का स्पष्टीकरण मांगा है।
गुरुवार को कैम्प कार्यालय रोशनाबाद में आयोजित समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल उपलब्ध कराने के संबंध में अब तक हुई प्रगति के साथ ही कार्यदायी संस्थाओं के आपसी तालमेल पर चर्चा हुई। बैठक में लोक निर्माण विभाग के ईई एसके तोमर ने बताया कि जल निगम और जल संस्थान द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जिन ठेकेदारों से पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य कराया जा रहा है वह ठेकेदार मनमाने ढंग से रोड की कटिंग कर देते हैं। इस वजह से सड़क मरम्मत करने की लागत बढ़ जाती है और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस पर डीएम ने लोनिवि के अफसरों को शुक्रवार को एक वर्कशाप का आयोजन करने के निर्देश दिए। जिसमें रोड कटिंग के सम्बन्ध में सभी पक्षों को पूरी जानकारी दी जाए। साथ ही रोड कटिंग वाले स्थलों का संयुक्त निरीक्षण करते हुए 6 नवंबर तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
बैठक में डीएम ने हरिद्वार, रूड़की के एसडीएम और तहसीलदार लक्सर से जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत भूमि सम्बन्धी आ रही दिक्कतों के सम्बन्ध में पूर्व में दिये गये निर्देशों के बारे में भी जानकारी ली। इस पर अधिकारियों ने बताया कि बहादराबाद, रूड़की, नारसन और लक्सर में दिक्कतों का निराकरण लगभग करा दिया गया है। कई स्थानों पर कार्यदायी संस्थाओं ने कब्जा लेते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया है।
बैठक में सीडीओ प्रतीक जैन, एडीएम (प्रशासन) पीएल शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसडीएम भगवानपुर वैभव गुप्ता, एसडीएम रूड़की विजयनाथ शुक्ल, जल संस्थान ईई मदन सेन, तहसीलदार लक्सर शालिनी मौर्य सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे