विश्वमोहन भट्ट की मोहन वीणा ने जमाया रंग
ग्रैमी अवार्ड विजेता पंडित विश्वमोहन भट्ट की मोहन वीणा का जादू स्कूली बच्चों पर जमकर चला। सितार और वीणा के संगम से बनी मोहन वीणा की खास प्रस्तुति पर बच्चे वाह-वाह करने को मजबूर हो गए।
दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर में स्पीक मैके की ओर से बच्चों के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें देश के प्रसिद्ध मोहन वीणा वादक पं. विश्व मोहन भट्ट ने बच्चों के समक्ष ऊर्जा से भरपूर प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया। विभिन्न रागों जैसे नट भैरव राग एवं राग भुपाली पर आधारित मोहन वीणा का संगीत एवं तबले पर अभिषेक मिश्रा की संगत ने समा बांध दिया। मोहन वीणा एवं तबले की ऐसी जुगलबंदी प्रस्तुत की, जिसे सुनकर बच्चों ने खूब तालियां बजाई।
पं. विश्व मोहन भट्ट ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा भारतीय शास्त्रीय संगीत दुनिया भर में सुना जाता है। हम सभी को अपनी संस्कृति एवं सभ्यता पर गर्व होना चाहिए। एक साथ मिल कर इसकी रक्षा करनी चाहिए। हमें अपने देश के गौरवशाली इतिहास को याद रखना होगा और इसे आगे बढाना होगा क्योंकि देश सर्वोपरि है। उन्होंने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए कहा कि यदि वे संगीतज्ञ न होते तो भगत सिंह जैसे देशभक्त होते। एक अन्य बच्चे के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि यदि संगीत के क्षेत्र में करियर बनाना है तो स्वयं को भूलना होगा और कला साधना को ही जीवन बनाना होगा। उन्होने डीपीएस रानीपुर के बच्चों के साथ ‘वक्रतुण्ड महाकाय… वंदना साथ साथ गाया तथा बच्चों के गायन की मुक्तकण्ठ से सराहना करते हुए कहा कि डीपीएस के सभी बच्चे इतने सुर में गा रहे हैं यह वास्तव में अविश्वसनीय है