स्पर्धात्मक परीक्षाओं की तैयारी के लिए शुरू करेंगे मिशन शतक
राजकीय इंटर कालेजों में पढ़ रहे विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए जिलाधिकारी ने मिशन शतक शुरू करने का निर्णय लिया है। इसमें छात्रों के लिए कोर्स से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्नावली तैयार कर तीन चरणों में परीक्षा कर 100 छात्रों का चयन किया जाएगा। उसके बाद चयनित छात्रों को बायजूस और आकाश जैसे शैक्षिक संस्थानों से निशुल्क पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए डीएम डॉ. सौरभ गहरवार ने इंटरमीडिएट के विज्ञान वर्ग के छात्रों के लिए मिशन शतक की जानकारी दी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य छात्रों को बोर्ड परीक्षा में शतप्रतिशत अंक हासिल करने और चयनित छात्रों को प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं के लिए तैयार करना है। मिशन शतक के तहत छात्रों के लिए उनके कोर्स से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्नावली तैयार कर तीन चरणों में परीक्षा कराई जाएगी जिसमें 100 छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा।
बोर्ड परीक्षा के बाद चयनित छात्रों को जिला प्रशासन की ओर से लाइब्रेरी के साथ ही बायजूस और आकाश जैसे शैक्षिक संस्थानों से निशुल्क शैक्षिक पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही क्रैश कोर्स कराया जाएगा। इससे स्थानीय बच्चे भी बड़ी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में बेहतर कर सकें। डीएम ने सीईओ को मिशन को सफल बनाने के लिए शीघ्र ही टीम गठित करने के निर्देश देते हुए 10 नवंबर तक प्रश्नपत्र तैयार करने, 20 नवंबर को प्रथम परीक्षा कराने के निर्देश दिए। टीम को प्रथम परीक्षा में चयनित छात्रों की द्वितीय परीक्षा 20 दिसंबर और तृतीय परीक्षा 30 दिसंबर को आयोजित कराने को कहा है।
बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, एडीएम रामजी शरण शर्मा, सीईओ एलएम चमोला, डीईओ बेसिक वीके ढौंडियाल, प्रधानाचार्य डा. राजेश कुमार पचौरी, मुखिया गिरी गोस्वामी और डीएस गौतम आदि मौजूद थे।