संगठित व्यापार के लिए चोपता इकाई को मिला व्यापार रत्न पुरस्कार
इको विकास समिति के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण के साथ संगठित व्यापार के क्षेत्र में मिसाल पेश करते हुए व्यापार मंडल इकाई चोपता ने जनपद रुद्रप्रयाग में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय एवं प्रांतीय उद्योग की कार्यकारिणी ने चोपता इकाई को व्यापार रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है।
तुंगनाथ की यात्रा में व्यापार इकाई चोपता के 37 व्यापारियों ने 2 करोड़ 34 लाख रुपये की आमदनी की। वहीं 30 टैक्सी-मैक्सी संचालकों ने यात्राकाल में एक करोड़ का कारोबार किया है। घोड़ा-खच्चरों से यात्राकाल में एक लाख 34 हजार यात्री चोपता से तुंगनाथ पहुंचे। यात्रियों और सामान ढुलान से घोड़ा-खच्चर संचालकों ने कुल दो करोड़, 34 लाख का कारोबार किया जिसमें 1 करोड़, 77 लाख, 20 हजार की आमदानी यात्रियों से हुई।
व्यापार संघ चोपता, टैक्सी यूनियन और घोड़ा-खच्चर एसोसिएशन ने ईडीसी (इको विकास समिति) के साथ चोपता से तुंगनाथ और आसपास के क्षेत्रों में करीब 1500 विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे।
संघ के अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी का कहना है कि तुंगनाथ की यात्रा में छह माह में छह करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय व प्रांतीय व्यापार मंडल कार्यकारिणी ने जनपद रुद्रप्रयाग में चोपता व्यापार इकाई को व्यापार रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है।
