Sun. May 11th, 2025

प्रदेश के विकास को आईआईएम और टोलिया अकादमी साथ-साथ

काशीपुर। उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी शासन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आईआईएम काशीपुर और डॉ. टोलिया उत्तराखंड अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन नैनीताल के बीच साथ-साथ काम करने का समझौता हुआ है। केंद्र सरकार के ‘मिशन कर्मयोगी’ कार्यक्रम को क्रियान्वित करने में दोनों संस्थान साथ-साथ काम कर रहे हैं।

शनिवार को डॉ. टोलिया उत्तराखंड अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन नैनीताल के प्रांगण में संपन्न हुए समारोह में यह जानकारी सार्वजनिक की गई। अकादमी के डायरेक्टर जनरल बीपी पांडेय ने अकादमी के उद्देश्यों और क्रियाकलापों की जानकारी दी। इसके बाद आईआईएम काशीपुर के डायरेक्टर डॉ. कुलभूषण बलूनी ने शासन के लिए जरूरी प्रबंधन ज्ञान की आवश्यकताएं और उसके लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। दोनों संस्थानों ने साथ में काम करने के लिए समझौता ज्ञापन (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए। ज्ञापन में बदलती हुई शासन व्यवस्था के लिए जरूरी प्रशिक्षण एवं इसके लिए उपयुक्त प्रशिक्षकों को उपलब्ध करवाना, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करवाना, प्रशिक्षण की जरूरत का निर्धारण करना और उसके अनुसार प्रशिक्षण के लिए सिलेबस एवं स्टडी मैटेरियल विकसित करना व कैपेसिटी बिल्डिंग जैसी गतिविधियों का उल्लेख है।
केंद्र सरकार के ‘मिशन कर्मयोगी’ कार्यक्रम को क्रियान्वित करने में दोनों संस्थान साथ-साथ काम कर रहे हैं। यह पूरा कार्यक्रम तीन तरह के कार्यों में संपन्न होगा। पहला कार्य सिविल सेवकों के लिए प्रशिक्षण की जरूरतों का निर्धारण करना, उसके लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम डिजाइन करना और उसे क्रियान्वित करना है। दूसरा कार्य लर्निंग मॉडल डेवलप करना जो सिविल सेवकों की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो, अकादमी की ओर से डेवलप ट्रेनिंग प्रोग्राम एवं उससे रिलेटेड मैटेरियल को ऑनलाइन लर्निंग मॉडल में डेवलप करने का काम आईआईएम काशीपुर अपने प्रांगण में स्थित फैसिलिटीज का उपयोग करके करेगा। तीसरा कार्य जरूरत पड़ने पर फैकल्टी को ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए उपलब्ध करवाना है। एक ओर जहां अकादमी शासन की आवश्यकताएं पूरी कर रही है, वहीं दूसरी ओर आईआईएम प्रबंधकीय ज्ञान की सहायता से उत्तराखंड के शासन के स्तर को बेहतर बनाने के लिए वचनवद्ध है।

इस अवसर पर अकादमी के उप निदेशक कंप्यूटर वीके सिंह, उप निदेशक सुधीर कुमार, उपनिदेशक एसएन नगन्याल, उपनिदेशक अर्थशास्त्र पूनम पाठक, मनोज पांडेय, मीनू पाठक आदि थे। आईआईएम काशीपुर के ‘मिशन कर्मयोगी’ के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर डॉ. कुणाल, प्रोफेसर सव्यसाची पात्रा, मयंक शर्मा भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

सरकार के पास उपलब्ध डाटा का एनालिसिस कर नीतियों के निर्धारण के लिए जरूरी तथ्यों को उजागर करने में आईआईएम काशीपुर महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
– डॉ. कुलभूषण बलूनी, डायरेक्टर आईआईएम काशीपुर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *