अभी प्रदेश में उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) और प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के माध्यम से सरकारी विभागों में संविदा पर भर्तियां होती हैं। विभाग अपनी जरूरत के हिसाब से दोनों एजेंसियों को पत्र भेजते हैं। दोनो एजेंसियां युवाओं का चयन कर उनके नाम का पत्र संबंधित विभाग को भेज देती हैं। इस प्रक्रिया में बेरोजगारों को विभागों, उपनल और पीआरडी के दफ्तरों के बीच चक्कर काटने पड़ते हैं।
दूसरा, उपनल के जरिये सिर्फ पूर्व सैनिक व उनके आश्रितों की ही भर्ती हो सकती है। वहीं, पीआरडी के जरिये भी कुछ ही पदों पर भर्ती होती है। ऐसे में एक ऐसी आउटसोर्सिंग एजेंसी की जरूरत महसूस हुई जो सभी पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी संभाल सके। इसीलिए पिछले दिनों कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया था कि सेवायोजन विभाग को आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाया जाएगा।