बागेश्वर। डीएम अनुराधा पाल ने अल्मोड़ा मैग्नेसाइट फैक्टरी का निरीक्षण कर मानकों के अनुसार खनन करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकाधिक पौधरोपण कराने और डंपिंग स्थान पर अस्थाई हेलीपैड बनाने के निर्देश दिए।
डीएम/फैक्टरी निदेशक पाल ने खनन क्षेत्र, डंपिंग स्थान और वनीकरण का निरीक्षण किया। फैक्टरी के प्रबंध निदेशक योगेश शर्मा ने चालू वित्तीय वर्ष की प्रगति रिपोर्ट पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि फैक्टरी के 165 हेक्टेयर भूमि पर मैग्नेसाइट खनन का कार्य किया जाता हैं जो पूर्णत: वैज्ञानिक तरीके से होता है। फैक्टरी में 359 कुशल और अकुशल श्रमिक कार्यरत हैं जिनमें 228 जनपद बागेश्वर के कर्मचारी हैं। खनन क्षेत्र के ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ा जाता है। सीएसआर फंड के माध्यम से भी क्षेत्र व जनपद में स्वास्थ्य और शिक्षा पर कार्य किए जाते हैं। कंपनी मैग्नेसाइट के साथ ही साथ ही स्टोन क्रशर, सोप स्टोन में भी कार्य कर रही हैं। चिडंग में सोप स्टोन का खनन कार्य किया जा रहा है और एक खनन पट्टा स्वीकृति के लिए भेजा गया है। वेस्ट सामग्री में वैल्यू एडीशन करने के लिए सीमेंट, कंक्रीट ईट/इंटरलॉकिंग टाइल्स, पेवर ब्लॉक बनाने का कार्य भी किया जा रहा है।
डीएम ने वेस्ट सामग्री में वैल्यू एडीशन करने के लिए सीमेंट, कंक्रीट ईंट/इंटरलॉकिंग टाइल्स,/पेवर ब्लॉक बनाने की गुणवत्ता में और सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों की समस्याएं भी सुनीं। इस मौके पर महाप्रबंधक ललित कांडपाल, खनन प्रबंधक धर्मेंद्र बंसल, जियोलॉजिस्ट, जितेंद्र रावत, कंपनी सचिव यश, प्लांट हेड अर्जुन भाकुनी, प्रभात डसीला, क्रांति जोशी, दिनेश भट्ट आदि मौजूद रहे।