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एक साल बाद हुई बीडीसी बैठक की शुरुआत ही हंगामे से हुई

हल्द्वानी। एक साल बाद हुई बीडीसी बैठक हंगामेदार रही। बैठक शुरू होते ही प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय और व्यावसायिक भवनों का नक्शा पास कराने के जिला पंचायत के निर्णय का एक स्वर से विरोध किया। सदन में खड़े होकर सदस्यों इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की। ब्लॉक प्रमुख रूपा देवी ने भी प्रधानों के समर्थन में खड़े होकर जिला पंचायत के निर्णय का विरोध किया। प्रधानों ने पिछली बैठक के प्रस्तावों के पास नहीं किए जाने और नए सिरे से प्रस्ताव मांगने पर भी आपत्ति जताई। जल जीवन मिशन के अलावा सिंचाई, लघु सिंचाई विभाग की कार्यशैली पर भी प्रधानों ने नाराजगी जताई और अधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की। सीडीओ के हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद प्रधान शांत हुए और बैठक शुरू हुई।

10 दिसंबर 2021 के बाद बुधवार को ब्लाक प्रमुख रूपा देवी की अध्यक्षता में शुरू हुई हंगामेदार बैठक में प्रधान संगठन अध्यक्ष रुक्मिणी नेगी के नेतृत्व में प्रधानों ने अपनी सीट पर खड़े होकर जिला पंचायत के नए नियम का पुरजोर विरोध करते हुए सीडीओ से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने ग्रामीण क्षेेेत्रों में लगने वाले हॉट बाजार में भी जिला पंचायत से अंश देने की मांग उठाई। ब्लाक प्रमुख रूपा देवी ने प्रधानों की मांग का समर्थन करते हुए ज्ञापन दिया तो सीडीओ डॉ. संदीप तिवारी ने जिला पंचायत और डीएम तक पत्र पहुंचाने का आश्वासन दिया।

बैठक में शिक्षा, बिजली, पानी, सिंचाई, स्वास्थ्य आदि मुद्दों पर सदस्यों ने अधिकारियों से जवाब मांगे। सदस्यों ने गणवेश और जूता बैग आदि की धनराशि खातों में नहीं आने, प्रधानों ने उनके खातों में वित्तीय वर्ष का पैसा नहीं मिलने पर भी सवाल उठाए। सीडीओ डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि 15वें वित्त आयोग से जारी विगत वर्ष की धनराशि का 50 प्रतिशत ही ग्राम प्रधानों ने व्यय किया है, जो नाकाफी है। उन्होंने बताया कि ग्राम सभाओं में जिस किसी भी योजना पर कार्य होगा उसे स्वराज ग्राम पोर्टल में अपलोड करने के निर्देश दिए। बीडीओ डॉ. निर्मला जोशी ने बताया कि इस दौरान करीब 150 से अधिक प्रस्ताव पास हुए। करीब ढाई बजे तक चली बैठक के अंत में लघु सिंचाई विभाग की ओर से कुछ ग्राम पंचायतों को ही लाभ दिए जाने पर सदस्यों ने विरोध जताया। बैठक में कनिष्ठ ब्लॉक प्रमुख श्रीकांत पांडे, डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी, मुख्य शिक्षाधिकारी केएस रावत, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन, पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल, खंड शिक्षाधिकारी हरेंद्र मिश्रा आदि मौजूद रहे। संचालन डीएन पांडे ने किया।
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बीडीसी बैठक में उठे प्रमुख प्रस्ताव
– जल जीवन मिशन में डीपीआर जल्द बनाने और सभी पंचायतों को लाभ देने की मांग।
– लघु सिंचाई की गूलों का काम सभी ग्राम पंचायतों को समान रूप से मिले।
– सिंचाई विभाग की क्षतिग्रस्त नहरों की सफाई करवाने के लिए विभाग से एनओसी देने और मनरेगा के तहत निर्माण करवाने।
– सिंचाई विभाग की ओर से जिन ग्राम पंचायतों में काम हो रहा है उसकी जानकारी उपलब्ध कराने।
– प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल परिसरों में बड़े बड़े विशालकाय खोखले पेड़ों और बिजली के तारों को हटाने की मांग।
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सदस्यों की ओर से उठाए गए मुद्दे।
– ग्राम प्रधान बजूनिया हल्दू मनीष आर्य ने स्कूल के बाहर से पुलिया (नहर) पर धूम्रपान और मीट मांस की दुकानों पर आपत्ति जताई।
– प्रधान जयपुर खीमा सीमा पाठक ने दैवीय आपदा में धनपुर स्कूल के फर्श को ठीक कराने की मांग।
– स्कूलों के आसपास स्मैक और नशा खोरी पर रोक लगाने की मांग।
– कठघरिया से पनियाली तक अतिक्रमण हटाने और गोरापड़ाव से लालकुऑ तक साइन बोर्ड और शिव मंदिर गोरापड़ाव के पास डिवाइडर बनाने की मांग।
– सड़कों में गढ़ढों को ठीक करने और राधाबंगर गांव की सड़कें ठीक करने की मांग।
– हरिपुर भानदेव और बच्ची नवाड़, गंगारामपुर, इंद्रपुर के मध्य पुलिया निर्माण।
– मोटाहल्दू के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट नहीं किए जाने की मांग।

प्रमुख समेत प्रधानों ने भी दिया ज्ञापन
ब्लाक प्रमुख रूपा देवी ने ग्रामीण क्षेत्रों में व्यावसायिक भवनों और भवनों के मानचित्र जिला पंचायत की ओर से स्वीकृत किए जाने पर आपत्ति दर्ज की और सीडीओ के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा। प्रधान संगठन की ओर से सीडीओ को दिए ज्ञापन में जिला पंचायत की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में नक्शा पास कराने को ग्राम पंचायतों के अधिकारों का हनन बताया। प्रधान संगठन ने कहा कि अगर जिला पंचायत मनमाने ढंग से पंचायतों पर नियम लागू करेगा तो प्रधान संगठन पूरे प्रदेश में आंदोलन को बाध्य होगा।

क्षेत्र पंचायत सदस्य और प्रधानों ने किया विरोध
– पुराने प्रस्ताव पास नहीं हो रहे हैं और बोर्ड नए प्रस्ताव मांग रहा है, जिसका कोई फायदा नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में भवनों के लिए नक्शे पास करने के जिला पंचायत के नियम का हम विरोध करते हैं। फोटो- गोपाल सिंह अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य।
– 21-22 के काम पूरे नहीं हो पाए हैं लेकिन नए प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं। जिला पंचायत ने जो नया निर्णय लिया है यह ग्राम पंचायतों के हित में नहीं है।
फोटो- त्रिलोचन पाठक, क्षेत्र पंचायत सदस्य।
– जिला पंचायत की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में कर वसूलने, नक्शे पास करने के निर्णय का विरोध करते हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानों में कर लगाने का भी विरोध करेंगे। फोटो- हरेंद्र असगोला, प्रधान बमेठाबंगर, केशव
– ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजार का अंश ग्राम पंचायत को भी मिले। अगर जिला पंचायत दोबारा ग्रामीण क्षेत्रों में नक्शे को लेकर हस्तक्षेप करेगा तो प्रबल विरोध किया जाएगा। फोटो- रुक्मिणी नेगी, प्रधान संगठन अध्यक्ष

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