प्रशासनिक टीम ने चीनी गोदामों का किया निरिक्षण
इकबालपुर शुगर मिल के चीनी गोदामों में प्रशासनिक और गन्ना विभाग की संयुक्त टीम ने बुधवार को औचक निरीक्षण किया। टीम ने गोदामों में पिछले वर्षों की रखी चीनी की गिनती का काम शुरू करवाया। चीनी की बिक्री से पिछले वर्षों का 100 करोड़ से ज्यादा का भुगतान किया जाना है।
इकबालपुर शुगर मिल पर गन्ना किसानों का तीन वर्षों का करीब 115 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। बकाया भुगतान का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। हाईकोर्ट ने दो वर्ष पूर्व किसानों का बकाया भुगतान गोदाम में रखी पुरानी चीनी को बेचकर देने के आदेश दिए थे। चीनी की बिक्री प्रशासनिक अधिकारियों की देखरख में होनी है और चीनी की बिक्री का पैसा डीएम व गन्ना विभाग के साझे खाते में डाला जाना है।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर बुधवार को प्रशासनिक व गन्ना विभाग की टीम इकबालपुर मिल में पहुंची। टीम की मौजूदगी में पुरानी चीनी के बोरों की गिनती चल रही है क्योंकि किसान नेता फरमान व सुभाष नंबरदार ने जिलाधिकारी से गोदामों में चीनी के बोरों की संख्या कम होने की शिकायत की थी। वहीं मिल चालू होते ही पुरानी चीनी को रिप्रोसेस किया जाना है क्योंकि पुरानी चीनी गीली हो गई थी। पेराई सत्र 2021-22 में भी चीनी को रिप्रोसेस कर बेचा गया था। इससे किसानों को वर्ष 2017-18 का कुछ भुगतान किया गया था। संयुक्त टीम में एएसडीएम रुड़की विजय नाथ शुक्ला, अमीन सोमदत्त सैनी, सचिव प्रभारी अनंत सिंह, सहायक सचिव ज्ञान प्रताप, सीडीआई अमित सैनी, सीडीआई राकेश कुमार आदि शामिल रहे। एएसडीएम विजय नाथ शुक्ला ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के पालनस्वरूप गोदाम में चीनी के बोरों की गिनती और रिप्रोसेस का काम शुरू किया गया है। यह कार्य पिछले वर्ष भी किया गया था