Fri. May 2nd, 2025

गौहरी माफी होर्टीटूरिज्म के रूप में होगा विकसित: गणेश जोशी

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने गौहरीमाफी स्थित राजकीय उद्यान की भूमि का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौहरीमाफी में औद्यानिकीय पर्यटन योजना को लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस योजना के लागू होने से ग्राम पंचायत गौहरीमाफी और आसपास के लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर मिल सकेंगे।

गौहरीमाफी स्थित राजकीय उद्यान, आलू फार्म और नर्सरी का निरीक्षण करने पहुंचे कृषि मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने आलू की फसल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से आलू की पैदावार की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को फल और सब्जियों के उत्पादन के साथ साथ कृषि और पर्यटन को एक साथ जोड़ने के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में गौहरीमाफी को औद्यानिकीय पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का सपना है कि 2025 में हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर के प्रोडक्शन को दोगुना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी एग्रीकल्चर फार्म का निरीक्षण किया जा रहा है। गौहरीमाफी गंगा नदी से सटा हुआ है इसे टूरिज्म से जोड़ा जाएगा, जिससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बताया कि इसके लिए भारत सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। उम्मीद है कि एक साल के भीतर गौहरीमाफी में उद्यान विभाग की कई योजनाओं को संचालित किया जा सकेगा।

उद्यान विभाग की भूमि को किया जाएगा सुरक्षित
गौहरीमाफी स्थित उद्यान विभाग की कई बीघा भूमि गंगा और सोंग नदी में आई बाढ़ की चपेट में आ गई थी। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भूमि को सुरक्षित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कहा कि वह सिंचाई विभाग और ग्राम पंचायत को साथ लेकर इसका सीमांकन करें। जिससे उक्त भूमि को कृषि योग्य बनाया जा सके।
पार्क प्रशासन ने कैमो माइल के पौधे वितरित किए
वन विभाग और इको विकास समिति के माध्यम से हरिपुरकलां में शिविर का आयोजन किया गया जिसमें पार्क प्रशासन की ओर से ग्राम सभा में कैमो माइल के पौधे वितरित किए गए।

मोतीचूर की रेंज अधिकारी आलोकी ने बताया कि फूलों की खेती को बढ़ावा देने और गांव के किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पार्क प्रशासन और ईडीसी के संयुक्त तत्वाधान में यह अभियान से चलाया जा रहा है। जिसमें पार्क प्रशासन का लक्ष्य है कि हरिपुर कलां ग्राम सभा में कैमो माइल की चार हजार पौध ग्राम पंचायत के माध्यम से किसानों को सौंपी जाएगी। ईको विकास समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र ग्वाड़ी ने बताया कि यह एक सुगंधित पौधा है। इससे गांव का वातावरण तो शुद्ध होगा ही। इसके अलावा ग्राम पंचायत व्यवसाय की दृष्टि से भी किसानों को इस योजना से जोड़ेगी। इसके उपयोग से गांव में स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर मनोज जखमोला, पूजा ग्वाड़ी, लक्ष्मी दत्त बेलवाल, आयुष कुकरेती, शुभम कुकरेती, रोहित नौटियाल, उद्यान निदेशक एचएस बवेजा आदि उपस्थित थे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *