खसरे के संक्रमण से ठीक होने के बाद कुछ रोगियों में निमोनिया देखा गया
मुंबई । खसरे के संक्रमण से ठीक होने के बाद कुछ रोगियों में निमोनिया देखा गया है। बाल रोग विशेषज्ञों ने बताया है कि खसरे के कारण कम हुई रोग प्रतिरोधक क्षमता विभिन्न संक्रमणों की गंभीरता को बढ़ा सकती है। विशेषज्ञों ने इस बात पर भी ध्यान देने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है कि खसरे के बाद विभिन्न प्रकार के लक्षण कितने समय तक रहते हैं। मुंबई समेत महाराष्ट्र में खसरे से मरने वालों की संख्या 19 दर्ज की गई है। मुंबई में सोमवार को एक संदिग्ध की मौत की खबर आई है। खसरे के संक्रमण से 12 से 24 माह के आयु वर्ग के 10 बच्चों तथा 25 से 60 माह के आयु वर्ग के चार बच्चों की मृत्यु हुई है। इसमें 9 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। राज्य में 125 जगहों पर खसरे का संक्रमण पाया गया है जिनमें मुंबई में 60 मालेगांव महा नगरपालिका क्षेत्र में 12 भिवंडी में 10 और ठाणे में चार शामिल है। स्वास्थ विभाग का टीकाकरण अभियान का पहला चरण 15 से 25 दिसंबर और दूसरा चरण 15 जनवरी से 25 जनवरी तक आयोजित करने की योजना है। बताया गया है कि खसरा प्रभावित क्षेत्रों में कुल 1252 सर्वेक्षण दल तैनात किए गए हैं. अब तक पहली खुराक पाने वाले बच्चों की संख्या 22441 और दूसरी खुराक पाने वाले बच्चों की संख्या 12215 है। बात करें मुंबई की तो मुंबई में अब तक मरने वाले मरीजों की संख्या 16 पहुंच गई है जिनमें से संदिग्ध मौत के रूप में दर्ज बच्चों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. साथ ही खसरे से 11 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है जिनमें से आठ मुंबई के हैं और तीन मुंबई के बाहर के हैं.