उद्यमियों को दी ईपीआर संबंधी जानकारी
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण एवं उद्योग विभाग की ओर से बृहस्पतिवार को सिडकुल में कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट एक्ट 2016 के अंतर्गत ईपीआर संबंधी जानकारी दी गई और उनके सुझाव सुने गए।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुभाष पवार ने एमएसएमई उद्योगों की समस्याओं को सुना और समाधान करने का आश्वासन दिया। औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक पल्लवी गुप्ता से माइक्रो और स्माल उद्योगों के हित के लिए इस आदेश से मुक्त रखने का अनुरोध किया। कहा कि रोजगार और राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले उद्योगों को बंद करना समाधान नहीं है। उद्यमियों ने सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक गिरधर सिंह रावत से योजना बनाकर पोर्टल की कार्यप्रणाली बेहतर कर उद्योग हित में समयबद्ध तरीके से कार्य करने का अनुरोध किया।
बता दें कि एपीआर फाइल नहीं करने पर यूपीसीबी ने प्लास्टिक का उपयोग करने वाले उद्योगों के संचालन की अनुमति निरस्त कर दी थी। जिसके विरोध में जिला हरिद्वार के संगठन सिडकुल एंटरप्रेन्योर्स वेलफेयर एसोसिएशन (सेवा), बहादराबाद इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन, रुड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन समेत सात संगठनों ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की थी। कोर्ट ने यूपीसीबी की कार्रवाई पर अग्रिम आदेश पर रोक लगा दी। कार्यशाला में सेवा अध्यक्ष हिमेश कपूर, महासचिव अनुज चौहान, संगठन मंत्री पुनीत गोयल, पराग सक्सेना, गुलशन चंडोक, सुलभ जैन, मनोज मिश्रा, ददन सिंह, केतन भारद्वाज, सुनील पांडे, सुखदेव सिंह विरदी, अविनाश गोयल, आलोक सारस्वत मौजूद रहे