लोक संस्कृति का संरक्षण और उसे बचाने की जरुरत: मर्तोलिया

हल्द्वानी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष गणेश मर्तोलिया ने कहा कि आधुनिकता के दौर में विलुप्त होती जा रही लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की जरूरत है। सभी को इसके लिए एकजुट होना होगा। तभी इसके सार्थक परिणाम सामन आएंगे।
अध्यक्ष मर्तोलिया रविवार को रामपुर रोड स्थित बैंक्वेट हाल में आयोजित अपनी धरोहर संस्था के अधिवशेन को संबोधित कर रहे थे। अधिवेशन में संगठन के उद्देश्यों और कार्यकर्ताओं की ओर से रखे गए विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा हुई। साथ ही पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित कलाकारों ने ढोल दमाऊ, वाद्य यंत्रों की शानदार प्रस्तुति दी। संस्था सचिव विजय भट्ट ने संस्था के पिछले वर्ष के कार्यों का ब्यौरा रखा। विशिष्ट अतिथि नवीन वर्मा ने संगठन के कार्यों की सराहना की।
अधिवेशन में पिथौरागढ़, चंपावत, उधमसिंह नगर, नैनीताल के अलावा उत्तरकाशी, पौड़ी जिलों से भी प्रतिनिधि पहुंचे। उन्होंने महिला स्वरोजगार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। इस दौरान कार्यक्रम अध्यक्ष कृषि विशेषज्ञ नरेंद्र सिंह मेहरा, संयोजक सुनीता जोशी, दया भट्ट, निवेदिता परमार, भूपेंद्र बिष्ट, साकेत अग्रवाल, प्रमुख कानूनी सलाहकार और बार एसोसएशन रुद्रपुर के अध्यक्ष दिवाकर पांडे, श्याम सिंह रौतेला, राखी रावत, मनमोहन चौधरी, ममता सेमवाल, अनीता चमोली, भुवन कांडपाल आदि मौजूद रहे। अध्यक्ष बोले, पहला काम आयोग को दुरुस्त करना
हल्द्वानी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष गणेश मर्तोलिया ने कहा कि सबसे पहला काम आयोग को दुरुस्त करना है। पूर्व में हुए मामलों की जांच की जा रही है। पुरानी 10-12 परीक्षाओं के मामलों में भी निर्णय लेना है। युवाओं को रोजगार देने के लिए आयोग तैयार है और अगले वर्ष परीक्षाएं कराई जाएंगी। पूर्व की परीक्षाएं रद्द होने और परीक्षा देने वालों की उम्र पार करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संभव है सरकार इसमें कुछ सकारात्मक निर्णय लेगी