मुंबई-दिल्ली वाले अफवाह उड़ाते हैं, तवांग झेलता है:टीवी पर युद्ध लेकिन LAC पर सब नॉर्मल; शहर से टूरिस्ट गायब, बिजनेस ठप
अरुणाचल के तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़पों को 10 दिन के निशान हैं। तवांग में सन्नाटा पसरा है, कोई बड़ा सैनिक हलचल नहीं है और न ही किसी युद्ध की कोई आहट है। यहां के लोगों की चिंता है कि टूरिस्ट चले गए, अब इस सीजन के नुकसान का नुकसान कैसे होगा। सोनिया, दावा ताशी और डेविड रुखाई से कहते हैं कि हमें तो इस झड़प का टीवी से ही पता चला। जंग की अफवाह दिल्ली-मुंबई से उड़ती है और जीतना हमें सब्सक्राइब करता है।
12 दिसंबर को ब्रेकिंग न्यूज आई थी कि तवांग में इंडिया-चाइना बॉर्डर यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। इसमें 6-7 घायल भारतीय सैनिक हैं और उन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी के आर्मी बेस अस्पताल में अटैच किया गया है। दावा किया गया कि चीनी सैनिकों को बहुत नुकसान हुआ है।
इसके अगले बचाव के दिन मंत्री सिंह ने संसद में दावा किया कि चीन की घुसपैठ की कोशिश को भारतीय सेना ने विफल कर दिया है। पूरे देश में चीन को लेकर लोगों का गुस्सा फूटा है। ऐसी खबरें सामने आने लगीं कि दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गईं। कई वीडियो वायरल हुए, जो पुराने या फेक निकले। इसी युद्ध का पीछा करने के लिए मैं भी 17 हजार फीट की ऊंचाई पर हाड़ कंपाती जाड़े में पहुंच गया।
गुवाहाटी एयरपोर्ट पर तनाव, तवांग तक सब बदल गया
इस भीषण सर्दी के बीच भारतीय सेना के जवान तवांग जैसे दुर्गम इलाकों में 365 दिन और 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। इस झड़प को लेकर मेरी छानबीन 14 दिसंबर को गुवाहाटी एयरपोर्ट से ही शुरू हो गई। यहां के एयरपोर्ट के रनवे पर मुझे सेना के दो मालवाहक बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर नजर आए।