सीमांत गांव गुंजी में होगा मूलभूत सुविधाओं का विस्तार
पिथौरागढ़। चीन और नेपाल सीमा से लगे समुद्रतल से 10500 फुट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत विकसित किया जाएगा। इसके तहत इस गांव में पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार कर आजीविका विकास पर कार्य किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने सीमांत के गांवों में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (वीवीपी) योजना बनाई है। इसके तहत पलायन का दंश भी झेल रहे चीन और नेपाल से सटे क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है। योजना के तहत पिथौरागढ़ जिले में गुंजी गांव को चयनित किया गया है। इस गांव में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, कृषि, उद्यान, पर्यटन, आजीविका गतिविधियां बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा।
बता दें कि धारचूला विकासखंड का गुंजी गांव सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर स्थित गुंजी गांव मुख्य पड़ाव भी है। इसके अलावा यहां पर भारत-चीन युद्ध से पहले बड़ी व्यापारिक मंडी भी हुआ करती थी। वर्तमान में 50 से अधिक परिवार माइग्रेशन पर जाते हैं।
गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत चयनित किया गया है। सभी विभाग मिलकर गुंजी का विकास करने के लिए कार्य करेंगे। यहां पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा गुंजी को पर्यटन हब के रूप में भी विकसित किया जाएगा। -रीना जोशी, डीएम पिथौरागढ़।