एनईपी-2020 में छात्र-छात्राओं का विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग करना जरुरी
स्नातक में अध्ययनरत छात्रों को पूरे पाठ्यक्रम के दौरान खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रतिभाग करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए पूरे पाठ्यक्रम में दो क्रेडिट निर्धारित किए गए हैं। क्रेडिट हासिल करने के बाद ही डिग्री मिलेगी।
एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर स्थित एसीएल सभागार में बीएससी प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए आयोजित कार्यशाला में यह जानकारी दी गई। कार्यशाला में एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति)-2020 के तहत निर्धारित पाठ्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर नेगी ने बताया कि छात्रों को मुख्य रूप से एनएसएस, एनसीसी, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेना आवश्यक है। उन्होंने छात्रों की शंकाओं का समाधान करते हुए उम्मीद जताई कि उन्हे परीक्षा फार्म भरते समय किसी तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस अवसर पर बताया गया कि छात्रों को दो कोर (मुख्य) विषय के साथ एक स्किल (कौशल) विषय लेना है। स्किल विषय का चयन किसी एक कोर विषय से किया जाना है। दूसरे सेमेस्टर में भी स्किल विषय का चयन दूसरे कोर विषय से होगा। तीन साल बाद छात्रों को बीएससी की डिग्री मिल जाएगी। लेकिन यदि वह चार साल (आठ सेमेस्टर) का कोर्स करते हैं, तो वह पीएचडी प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं। एनईपी समिति के समन्वयक प्रो. अनूप डोबरियाल और सदस्य डॉ. प्रशांत कंडारी ने प्रथम से अष्टम सेमेस्टर तक विषय चयन और निर्धारित क्रेडिट के बारे में विस्तार से बताया।