केजीएमयू और जिम हॉल में सीक्वेंसिंग होगी
लखनऊ जारी करेंगे।
प्रदेश में कोविड-19 रोगी तो केजीएमयू और जिम साइट पर साइट सीक्वेंसिंग करेंगे। फिर से जरूरत के हिसाब से लैब की संख्या का विस्तार होगा। स्क्रीन सीक्वेंसिंग के शुरुआती लैब्स आए, इसके लिए हर दिन अलग से सेंटर बनाएंगे।
विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा दुर्गाशक्ति नागपाल ने बताया कि गुजरात और ओडिशा में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के मिलने के बाद हर स्तर पर तैयारी तेज कर दी गई है। अगर मरीजों की संख्या दी जाए तो केजीएमयू व जिम नोएडा के अलावा अन्य चिकित्सा में भी जांच शुरू की जाएगी।
एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान सहित अन्य चिकित्सा घोषणाओं को तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। विशिष्ट में नोडल अधिकारी का भी नाम दिया जाएगा। ये अधिकारी जिले से लैब तक पहुंचेंगे और रिपोर्ट हासिल करने की जिम्मेदारी निभाएंगे। विभाग का मानना है कि ऐसा ही सब सीक्वेंसिंग में अगर कोई नया वैरिएंट मिलता है तो उसका नियंत्रण करने में वह सक्षम होंगे।
डरने की तैयारी के निर्देश
स्वास्थ्य अनुमान लगाते हैं। लिलि सिंह ने बताया कि सभी सीएमओ और सीएमएस को निर्देश दिए गए हैं कि पिछली बार जो कोविड-19 अस्पैटाल बनाए गए, उन्हें इस बार भी आरक्षित रखा जाएगा। अभी भी मरीजों का इलाज चल रहा है, लेकिन जैसे ही कोविड मरीज आगे बढ़ रहे हैं तो संबंधित अस्पतालों को कोविड अस्पताल में दाखिल कर सकते हैं।
यह उपाय करने के लिए दिए गए सुझाव
– सर्दी-जुकाम व बुखार वाले लोगों को मार्क कर उनकी जांच कराएं।
-विशेषज्ञ में चीन में कोरोना की क्या है स्थिति, इस पर रखें पूरी नजर।
– विदेश यात्रा से वापस लोगों की कोविड जांच करें और मुहरों के निर्धारण के लिए सीक्वेंसिंग करें।
– स्थूल सीक्वेंसिंग के लिए हर दिन निश्चित संख्या में नोटिस भेजा जाएगा।
– ऐसे स्थानों पर कलस्टरिंग करते हैं जहां कोरोना का खतरा अधिक हो जाता है।
-रोमांटिक वैक्सीन की प्रीकाशन डोज निश्चित रूप से लग जाएगी। सभी लोग इसे छोड़ दें।
– अतिसंवेदनशील को इस नए वैरिएंट के उपचार के लिए पूरी तरह से अलर्ट जारी रखें।
-लोगों में कोरोना के इस नए वैरिएंट को लेकर किसी भी तरह की घबराहट न पैदा होने दें।