25 हजार रसोई तक पहुंची गैस पाइप लाइन, जल्द मिलेगा लाभ

अगले साल अप्रैल से दून में गृहणियों को रसोई में गैस सिलिंडर बदलने के झंझट से मुक्ति मिलनी शुरू हो जाएगी। जल्द ही घरों में पाइप लाइन के जरिये पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) उपलब्ध कराई जाएगी। अब तक 25 हजार रसोई घरों में गैस कनेक्शन दे दिए गए हैं।
गेल गैस लिमिटेड की जनरल मैनेजर मीनाक्षी त्रिपाठी ने बताया कि पहले चरण में कुआंवाला से आईएसबीटी तक करीब 14 किलोमीटर में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो गया है। सिर्फ रिस्पना पुल के पास इस लाइन को मुख्य पाइप लाइन से जोड़ना बाकी है। इस काम के अप्रैल तक होने की उम्मीद है। इसके साथ ही दूसरे चरण के लिए 45 हजार और नये घरों को चिह्नित किया गया है। इन घरों में गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना को 2018 में शुरू किया गया था। जिसे 2026 तक पूरा किया जाना है। इसके बाद देहरादून जिले में पाइप लाइन के जरिये घरों में एलपीजी गैस उपलब्ध हो सकेगी।
गैस आने के बाद ही लिए जाएंगे कनेक्शन के पैसे
गेल कंपनी अपने उपभोक्ताओं को इस समय ऑफर दे रही है। इस समय गैस कनेक्शन लेने पर कोई भी एडवांस शुल्क नहीं देना पड़ेगा। कंपनी की जनरल मैनेजर मीनाक्षी त्रिपाठी ने बताया कि पाइप लाइन के माध्यम से जब गैस की आपूतिशुरू की जाएगी, उसी समय इन उपभोक्ताओं से पैसा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गैस आपूर्ति शुरू होने के बाद नये कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं से पहले पांच हजार रुपये एडवांस लिए जाएंगे।
दूसरे चरण में बल्लूपुर से सेलाकुई तक बिछेगी लाइन
मीनाक्षी त्रिपाठी ने बताया कि दूसरे चरण में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम बल्लुपूर से सेलाकुई और इसके बाद विकासनगर तक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि घरेलू उपभोक्ताओं के साथ व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर भी कंपनी का फोकस है। इसलिए दूसरे चरण में इस रूट को प्राथमिकता पर रखा गया है। इसके बाद ऋषिकेश, विकासनगर, चकराता समेत अन्य क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
शहर के इन रूटों में बिछाई जा रही है पाइप लाइन
रिस्पना से आराघर, नैनी बेकरी होते हुए यह रूट राजपुर को जाएगा। इस रूट में नैनी बेकरी से आराघर तक गैस पाइप लाइन बिछा दी गई है। आराघर से रिस्पना स्थित मुख्य लाइन से इस पाइप लाइन को कनेक्ट करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा आईएसबीटी से बल्लूपुर तक एक रूट है। इस रूट का काम लगभग पूरा हो गया है। मुख्य लाइन से एक रूट हरिद्वार बाईपास क्षेत्र के लिए जाता है। इस रूट पर काम लगभग पूरा हो गया है। सिर्फ मुख्य लाइन से इसको कनेक्ट करना है। सबसे पहले यहां के लोगों को पाइप लाइन के माध्यम से गैस मिलेगी।
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पाइन लाइन बिछाने में ये है चुनौती
उन्होंने बताया कि शहर में पाइप लाइन बिछाने में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। संबंधित विभाग से रोड कटिंग की एनओसी लेने के बाद भी कर्मचारियों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जहां पर लाइन बिछा दी गई है, वहां दूसरे विभाग वाले अपने काम के लिए पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। मुख्य सड़कों के किनारे व वीआईपी क्षेत्र में भी पाइप लाइन बिछाने में कंपनी को दिक्कतें आ रही हैं। समय से रोड कटिंग की अनुमति नहीं दी जा रही है या वीआईपी दौरे के नाम पर काम रुकवा दिया जाता है।
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छह नए सीएनजी स्टेशन तैयार
उन्होंने बताया कि राजधानी देहरादून में सीएनजी गैस की डिमांड लगातार बढ़ रही है। पहले हरिद्वार से गैस मंगाई जा रही थी लेकिन डिमांड बढ़ने की वजह से अब मेरठ से भी गैस के वाहन मंगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में छह नए सीएनजी स्टेशन बनकर तैयार हैं। गैस पाइप लाइन से आपूर्ति शुरू होने के साथ ही इन स्टेशनों को शुरू किया जाएगा।