कोटाबाग के जलना गांव में भी होगी पैराग्लाइडिंग
भीमताल। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन कारोबार को बढ़ाकर स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से अब कोटाबाग के जलना गांव से भी पैराग्लाइडिंग के लिए चयनित किया गया है। जलना गांव में पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं को देखते हुए निदेशालय से पर्यटन विभाग को पैराग्लाइडिंग टेक ऑफ साइड मार्ग निर्माण के लिए 18 लाख रुपये की स्वीकृत हुए हैं। धनराशि मिलते ही टेक ऑफ मार्ग बनाकर जलना गांव में पैराग्लाइडिंग का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। पर्यटन विभाग ने इसकी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अभी भीमताल और नौकुचियाताल में होती है पैराग्लाइडिंग
वर्तमान में जिले के भीमताल और नौकुचियाताल में पैराग्लाइडिंग होती है। यह स्थानीय लोगों के रोजगार का माध्यम बना हुआ है। भीमताल और नौकुचियाताल में संचालित पैराग्लाइडिंग साइडों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एक हजार से अधिक स्थानीय लोगों, होटल स्वामियों, होम स्टे संचालकों और टैक्सी कारोबार से जुड़े लोगों को रोजगार मिल रहा है। यहां यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मुंबई, देहरादून समेत अन्य शहरों के सैलानी पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठाते हैं। अब कोटाबाग के जलना गांव में भी पैराग्लाइडिंग शुरू होने से पर्यटन कारोबार बढ़ने के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
कोटाबाग के जलना गांव में पैराग्लाइडिंग के टेक ऑफ साइड में मार्ग निर्माण के लिए 18 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। जल्द पैराग्लाइडिंग का संचालन होने लगेगा।
– बृजेंद्र पांडेय, जिला पर्यटन अधिकारी