टू-लेयर प्रणाली में होगी रेलवे स्टेशन व ट्रैक की सुरक्षा
हल्द्वानी। रेलवे अतिक्रमण का मामला एक तरफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है, वहीं दूसरी ओर अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे और पुलिस की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। रेलवे अधिकारियों की टीम सुरक्षा व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए हल्द्वानी पहुंच गई है और जल्द सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार को इज्जतनगर रेलवे मंडल के एडीआरएम विवेक गुप्ता, आरपीएफ के ग्रुप कमांडेंट समेत अन्य अधिकारी हल्द्वानी पहुंचे। सबसे पहले वह काठगोदाम स्टेशन पहुंचे। रेलवे अधिकारियों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। बाद में सीओ हल्द्वानी भूपेंद्र सिंह धौनी और बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, एसडीएम मनीष कुमार के साथ एडीआरएम और आरपीएफ कमांडेंट अतिक्रमण वाली भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे।
उन्होंने सुरक्षा इंतजामों को लेकर चर्चा की। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे स्टेशन और उसके ट्रैक की सुरक्षा के लिए टू लेयर प्रणाली व्यवस्था की जाएंगी। इसमें बैरीकेडिंग से लेकर कंटीले तारों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। एडीआरएम ने मौके पर ही मंगलवार से सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।
तारबाड़ के लिए बरेली से आएंगे कंटीले तार
रेलवे ट्रैक से पहले सुरक्षा के लिए पक्के पिलर तैयार किए जाएंगे। इन सीमेंटेड पिलर पर कंटीली तारबाड़ लगाई जाएगी। इसके लिए बरेली से कंटीला तार भी मंगाया जाएगा। तारबाड़ के बाद रेलवे पुलिस बैरीकेडिंग तैयार की जाएगी और उसके साथ ही रेलवे पुलिस फोर्स का सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा। सुरक्षा इंतजामों की यह शुरुआत ढोलक बस्ती की तरफ से की जाएगी। पिलर के लिए गड्ढे खोदने का काम संभवतया मंगलवार से शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे के तकनीशियन और बनभूलपुरा एसओ नीरज भाकुनी ने मौके पर ही पिलर बनाने और बैरीकेडिंग लगाने की शुरुआत करने के लिए हल्द्वानी स्टेशन पर बैठकर ही ब्लू प्रिंट तैयार किया ताकि सुरक्षा के लिहाज से जल्द से जल्द व्यवस्थाओं को पूरा किया जा सके। पुलिस ने बताया कि अतिक्रमण तोड़ने के लिए पोकलैंड और जेसीबी की जितनी भी मशीनें मंगाई जा रही हैं, उन सभी को ढोलक बस्ती की तरफ से बनी दीवार को तोड़कर अंदर ले जाया जाएगा