राहुल गांधी के ट्वीट के बाद कांग्रेस सक्रिय, पूर्व सीएम हरीश रावत समेत जोशीमठ पहुंचे कई नेता
देहरादून: जोशीमठ प्रकरण पर अभी तक बयानों के जरिये भाजपा सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस अब पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अपील के बाद सक्रिय नजर आ रही है।
इस कड़ी में रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और अनुकृति गुसाईं जोशीमठ पहुंच गए। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही प्रभावितों से बातचीत भी की। सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के जोशीमठ पहुंचने की उम्मीद है
जोशीमठ में भू धंसाव की घटना ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भू धंसाव पर चिंता व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकत्र्ताओं को प्रभावित की सहायता करने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की अपील की थी।
साथ ही यह भी कहा कि आपदा की इस घड़ी में पूरा देश एकजुट है और सभी जोशीमठ के निवासियों के साथ हैं। इस अपील के बाद जोशीमठ प्रकरण पर भी गुटों में बंटी दिख रही कांग्रेस हरकत में आई।
शनिवार शाम को कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व पहले ही जोशीमठ का दौरा कर चुके पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत 11 वरिष्ठ पदाधिकारियों को शामिल किया गया। समिति गठित होने के बाद रविवार को कांग्रेस के नेताओं का जोशीमठ पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया।
आपदा प्रभावितों ने विस्थापन की मांग को लेकर तहसील में धरना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, अनुकृति गुसाईं रावत व बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी भी धरने में शामिल हुए। साथ पूर्व मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों के घर जाकर उन्हें ढांढस भी बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिया।
इस मौके पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक अतुल सती ने एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना को पूरी तरह निरस्त करने और हेलंग मारवाड़ी बाईपास के निर्माण को भी निरस्त करते हुए जोशीमठ में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास की मांग दोहराई है। कहा कि पुनर्वास के लिए बनाए जाने वाली समिति में स्थानीय लोगों को भी शामिल किया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आपदा प्रभावितों के तत्काल पुनर्वास की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार ने भूधंसाव की समस्या को नजरअंदाज किया। जिससे यह बड़ी आपदा के रूप में सामने आया है। हरीश रावत ने कहा कि अगर परियोजनाओं से इस तरह के हालात जोशीमठ में बने हैं तो उन्हें बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी परियोजनाओं का काम रोका गया है यह बिल्कुल सही फैसला है। लेकिन, भविष्य में जोशीमठ को अगर बचाना है तो परियोजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे। बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा कि तत्काल विस्थापन के लिए भूमि का चयन कर बाजार भाव पर भवनों के मुआवजा की नीति घोषित करनी चाहिए।
इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, ब्लाक प्रमुख हरीश परमार, प्रकाश रावत, रजनीश पंवार, हरेंद्र राणा, नरेश नौटियाल, कमल रतूड़ी सहित कई लोग उपस्थित थे