नई महायोजना : बढ़ेगा दायरा, पूरी तहसील आएगी डीडीए के दायरे में
काशीपुर। नगर की नई महायोजना में जिला विकास प्राधिकरण (डीडीए) का दायरा बढ़ने वाला है। अब पूरा तहसील क्षेत्र डीडीए के दायरे में आ जाएगा। हरित क्षेत्र और अन्य जरूरी क्षेत्रों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों पर निर्माण कराने के लिए नक्शे पास कराए जा सकेंगे। बढ़ती आबादी को देखते हुए नई महायोजना में यह बदलाव किया जा रहा है। हालांकि अभी इस पर जनता की आपत्ति सुनी जानी है। इस प्रक्रिया के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
काशीपुर के लिए नई महायोजना बनाने का काम कई महीने से चल रहा है। अब जल्द ही नई महायोजना बनकर तैयार होने वाली है। नई महायोजना में कई क्षेत्रों का भूउपयोग बदल जाएगा। पिछले दिनों महायोजना बना रही कंपनी के कर्मचारियों के साथ हुई अधिकारियों की बैठक में कई क्षेत्रों का भूउपयोग बदलने पर सहमति बनी। अब टाउन प्लानर के स्तर पर कार्यवाही चल रही है। कौन सा क्षेत्र आबादी में रहेगा और कौन सा हरित क्षेत्र कहलाएगा। औद्योगिक क्षेत्र कहां विकसित किया जा सकेगा और कृषि भूमि कहां-कहां रहेगी इस दिशा में विचार किया जा चुका है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार काशीपुर के नक्शे में कृषि क्षेत्र ज्यादा है जबकि वास्तविकता यह है कि कई क्षेत्रों में घालमेल हो गया है। जहां कृषि क्षेत्र है वहां भी आबादी बस गई है।
ऐसी स्थिति को देखते हुए आबादी का दायरा बढ़ाया जा रहा है। इसलिए तय किया गया है कि पूरी काशीपुर तहसील का क्षेत्र डीडीए के दायरे में आएगा। हालांकि इसमें से हरित क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र आदि जरूरी कार्यों के लिए अलग से जमीन छोड़ी जाएगी लेकिन शेष सभी स्थानों पर आवासीय कॉलोनियों का विकास हो सकेगा। इस तरह जरूरी क्षेत्रों को छोड़कर पूरी तहसील में कहीं भी नक्शा पास कराने के बाद आवासीय निर्माण किया जा सकेगा। अगर कोई मकान पहले से बना है तो उसकी कंपाउंडिंग कराकर नक्शा पास कराया जा सकेगा।
काशीपुर की नई महायोजना बनाने का काम अंतिम चरण में है। तय किया गया है कि काशीपुर तहसील क्षेत्र का अधिकतर हिस्सा डीडीए के दायरे में आएगा। नई महायोजना बनाने का कार्य पूरा होने के बाद उस पर आपत्ति मांगी जाएगी। आपत्तियों के निस्तारण के बाद नई महायोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। – हरीश कांडपाल, उपाध्यक्ष, डीडीए, ऊधमसिंह नगर