शिष्टमंडल ने जाना कॉर्बेट पार्क का मैनेजमेंट
रामनगर (नैनीताल)। चार संस्थाओं का शिष्टमंडल कॉर्बेट पार्क के मैनेजमेंट को जानने के लिए आठ जनवरी को कॉर्बेट पार्क पहुंचा है जो कि 12 जनवरी तक कॉर्बेट पार्क में जैव विविधताओं के साथ ही अन्य जानकारियां जुटाएगा। इसमें एनटीसीए के सदस्य भी शामिल हैं।
कॉर्बेट पार्क के वार्डन अमित ग्वासीकोटी ने बताया कि आठ जनवरी को ग्लोबल टाइगर फोरम, यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम (संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम), ग्लोबल टाइगर इनिशिएटिव कंजर्वेशन, एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) का शिष्टमंडल कॉर्बेट पार्क पहुंचा।
आठ जनवरी को शिष्टमंडल झिरना पहुंचा, जहां पर ग्रासलैंड, ईको टूरिज्म, स्निफर डॉग आदि के बारे में जानकारी ली। इसके बाद टीम नौ जनवरी को ढिकाला पहुंची जहां कॉर्बेट पार्क की जमीन पर बसी आबादी, कंजर्वेशन, फील्ड मैनेजमेंट आदि के बारे में जांच पड़ताल कर रही है।
कॉर्बेट पार्क के वन एवं वन्यजीवों के प्रोटेक्शन, ईको टूरिज्म की गतिविधियों के साथ ही ईको टूरिज्म की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। टीम यहां पर्यटन की संभावनाओं को भी तलाश रही है ताकि भविष्य में पर्यटन को एक नई दिशा मिल सके। कॉर्बेट पार्क में वन्यजीवों के प्रोटेक्शन में लगी टीम के प्रयासों का ही नतीजा है कि यहां टाइगर अच्छी तादाद में हैं।
पार्क वार्डन ने बताया कि शिष्टमंडल में ग्लोबल टाइगर फोरम के हेड केशव वर्मा, एनटीसीए के आईजी अमित मलिक व यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम की टीम में जापानी सदस्य भी है