विधायक ने ईई का घेराव कर कार्यालय में की सांकेतिक तालाबंदी
जसपुर। विधायक के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ अधिशासी अभियंता के कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर प्रभारी अधिशासी अभियंता का घेराव कर विद्युत कार्यालय की सांकेतिक तालाबंदी की। तीन-चार दिन के भीतर अघोषित बिजली कटौती में सुधार नहीं होने पर काशीपुर अधीक्षण अभियंता कार्यालय के तालाबंदी की चेतावनी दी।
बृहस्पतिवार को विधायक आदेश चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। प्रभारी अधिशासी अभियंता अजीत यादव का घेराव किया। सभी कर्मचारियों को बिजली कार्यालय से बाहर निकाल कर सांकेतिक तालाबंदी की। विधायक आदेश चौहान ने कहा कि कुछ दिन पूर्व वह कार्यकर्ताओं के साथ अघोषित बिजली कटौती का विरोध करने आए थे। एसडीओ मदन लाल से कार्यालय में और उच्चाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर बिजली कटौती बंद करने की मांग की थी।
बुधवार को अधीक्षण अभियंता काशीपुर का भी घेराव किया था। क्षेत्र के किसान, व्यापारी, मजदूर सब परेशान हैं। किसानों की फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। छोटे-छोटे उद्योग धंधे बंद हो गए हैं जिस कारण मजदूर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। यदि उत्तराखंड में बिजली उत्पादन कम हो रहा है तो सरकार को उसकी व्यवस्था करनी चाहिए। उद्योगों को बिजली कम दी जाए।
ग्रामीण क्षेत्र में बृहस्पतिवार को सुबह 6.30 बजे से 9.30 बजे तक बिजली कटौती की गई। कटौती सुबह के समय की जा रही है। सुबह को बिजली कटौती नहीं की जानी चाहिए क्योंकि बुजुर्गों, महिलाओं, छात्र-छात्राएं को समस्या का सामना करना पड़ता है। यदि बिजली कटौती करनी ही है तो दिन में कुछ समय के लिए ही की जाए। बार-बार प्रदर्शन करने पर भी सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। यदि जल्द बिजली कटौती बंद नहीं की जाती है तो वह और कांग्रेस कार्यकर्ता डीजीएम कार्यालय काशीपुर की तालाबंदी करेंगे जिसके अंतर्गत बाजपुर, जसपुर, काशीपुर क्षेत्र आते हैं। इस दौरान गजेंद्र चौहान, इख्तियार बबलू, मोहम्मद आरिफ, सर्वेश चौहान, हिमांशु नंबरदार, दूल्हे खान, सुखदेव सिंह, मोहम्मद मोइनुद्दीन, आफताब अंसारी आदि थे।
विधायक की शिकायत पर कार्यालय सहायक का वेतन काटने के निर्देश
जसपुर। बिजली कार्यालय में अनुपस्थित रहे कार्यालय सहायक का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। विधायक आदेश चौहान ने उपस्थिति रजिस्टर की जांच करने पर पाया कि कार्यालय सहायक गौरव बिष्ट कार्यालय में उपस्थित नहीं थे और न ही उनका कोई प्रार्थनापत्र छुट्टी के लिए आया था। विधायक की शिकायत पर एसडीओ मदनलाल ने कार्यालय सहायक का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।