पंतनगर। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में एशियन एग्री-हिस्ट्री फाउंडेशन (एएएचएफ) की ओर से संस्थापक अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कृषि वैज्ञानिक स्व. डॉ. वाईएल नेने की पुण्यतिथि पर व्याख्यानमाला आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
जलवायु के बदलते परिवेश एवं लघु व सीमांत कृषकों के बढ़े कृषि निवेश के परिप्रेक्ष्य में कृषकों की अपेक्षाएं व उनका समाधान’ विषय पर हुई व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री दिनेश दत्तात्रेय कुलकर्णी ने कहा कि किसान के स्वाभिमान को वापस लाकर फिर से कृषि को उत्तम दर्जा दिया जा सकता है। मुख्य अतिथि कुलसचिव व कार्यवाहक कुलपति डॉ. एके शुक्ला ने पारंपरिक कृषि विद्या पर व्यापक शोध की जरूरत पर जोर दिया।
एएएचएफ के अध्यक्ष डॉ. एसपीएस बेनीवाल ने विवि में स्व. डॉ. वाईएल नेने की याद में डॉ. वाईएल नेने वृक्षायुर्वेद, शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखते हुए चार लाख रुपये दान देने की घोषणा की। उन्होंने विवि के सभी एल्यूमिनाई से भी सहयोग की अपील की।
अधिष्ठाता कृषि डॉ. शिवेंद्र कश्यप ने पारंपरिक वृक्षायुर्वेद के अभूतपूर्व ज्ञान को विज्ञान के विभिन्न आयामों से जोड़कर उसे और सम्यक बनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में कार्यकारी सचिव डॉ. सुनीता टी. पांडेय, एएएचएफ के ट्रस्टी डॉ. राम ठाकुर, डॉ. गजेंद्र सिंह व विभिन्न प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों सहित विवि के संकाय सदस्यों, विद्यार्थी ऑनलाइन और ऑफलाइन जुड़े थे।