चिली को 14-0 से रौंदकर नीदरलैंड क्वार्टर फाइनल में, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम की उम्मीदें कायम
भुवनेश्वर, हॉकी विश्व कप में तीन बार की विश्व चैंपियन नीदरलैंड्स ने ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए कलिंग स्टेडियम में पूल सी के अंतिम मुकाबले में चिली को 14-0 से पराजित कर सेमीफाइनल का टिकट थाम लिया। विश्व कप में किसी भी टीम की यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है। नई दिल्ली में 2010 में आयोजित विश्व कप हाकी में ऑस्ट्रेलिया ने द. अफ्रीका पर 12-0 से जीत दर्ज की थी। इस जीत के साथ नीदरलैंड विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई।
मलेशिया ने कलिंग स्टेडियम में खेले गए अंतिम लीग मुकाबले में न्यूजीलैंड को 3-2 से पराजित कर क्रासओवर मैच खेलने का हक हासिल कर लिया। इसी के साथ पूल सी में वह छह अंकों के साथ दूसरे स्थान पर आ गया। नीदरलैंड्स की टीम शीर्ष पर है और उसका क्वार्टर फाइनल में सीधा जाना तय माना जा रहा है। उधर, मलेशिया को पूल डी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से 22 जनवरी को खेलना होगा
न्यूजीलैंड और चिली का विश्वकप में सफर पर विराम लग गया है। वहीं, शुक्रवार को पूल ए में शीर्ष पर चल रही ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला द. अफ्रीका से होगा। वहीं, फ्रांस अर्जेंटीना से, बेल्जियम का जापान से और द. कोरिया जर्मनी से भिड़ेगा। ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना के पास चार-चार अंक हैं, लेकिन गोल औसत के आधार पर ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर है। दोनों ही टीमों ने एक-एक मैच जीता है, जबकि एक ड्रा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया का क्वार्टर फाइनल का सीधा टिकट मिलना इसलिए भी आसान लग रहा है, क्योंकि द. अफ्रीकी टीम अपना दोनों मैच हार चुकी है। वहीं अर्जेंटीना के समक्ष फ्रांस की चुनौती होगी। फ्रांस एक मैच जीतकर तीसरे स्थान पर है। उधर, पूल बी में भी कमोबेश वही स्थिति है। बेल्जियम व जर्मनी के चार-चार अंक हैं, जबकि गोल औसत के मामले में बेल्जियम बेहतर है। बेल्जियम का जापान से मुकाबला है, जो अबतक एक भी मैच नहीं जीत पाया है।
ऐसे में बेल्जियम को क्वार्टर फाइनल का टिकट मिलना तय माना जा रहा है। जर्मनी तीसरे स्थान पर चल रही द. कोरिया की टीम से भिड़ेगी। द. अफ्रीका को अंतिम मुकाबले में फ्रांस ने 2-1 से मात दी थी। हालांकि पूल ए में द. अफ्रीका ने अभी तक एक भी मैच नहीं जीता है। ऐसे में उसका विश्वकप से बाहर होना तय है।