पहाड़ों में बढ़ी ठिठुरन, अब 29 को बदलेगा मौसम, बर्फ की सफेद चादर से ढकेंगी वादियां
देहरादून: उत्तराखंड में मौसम फिर करवट बदल सकता है। चारधाम समेत तमाम ऊंची चोटयों पर भारी हिमपात होने के आसार हैं।
वहीं पिछले दिनों हुई बर्फबारी के कारण पहाड़ों पर ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से प्रदेश में मौसम शुष्क रह सकता है। इसके बाद आगामी 29 जनवरी को भारी वर्षा-बर्फबारी के आसार बन रहे हैं।
इससे पहले गुरुवार को राज्यभर में मौसम शुष्क रहा। वहीं बुधवार को केदारनाथ धाम समेत ऊंची चोटियों पर दूसरे दिन भी बर्फबारी का सिलिसला जारी रहा। उत्तरकाशी जिले में बीते मंगलवार शाम से गंगोत्री, यमुनोत्री में शुरू बर्फबारी बुधवार सुबह तक जारी रही
गंगोत्री, केदारकांठा, हरकीदून, दयारा बुग्याल, डोडीताल में बर्फबारी हुई है। चमोली जिले में बदरीनाथ धाम, औली और हेमकुंड साहिब समेत ऊंची चोटियों पर जोरदार हिमपात हुआ है।
पिथौरागढ़ की उच्च हिमालयी चोटियों पर हिमपात हुआ था। लेकिन, बर्फबारी की उम्मीद में नैनीताल पहुंचे पर्यटकों को निराश होना पड़ा। मुनस्यारी तहसील में हंसालिंग, राजरंभा, पंचाचूली चोटियां भी ताजे हिमपात से बर्फ से लकदक हो गईं थीं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शुक्रवार को भी प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा-बर्फबारी हो सकती है।
वहीं हल्द्वानी में बुधवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद आधा घंटा झमाझम बारिश हुई। पिछले दो दिनों में 16.2 एमएम बारिश रिकार्ड हुई है, जो इस बार सर्दियों के सीजन में किसी एक महीने में हुई सबसे अधिक बारिश है। मौसम विभाग के मुताबिक, हल्द्वानी में नवंबर में महीने में 13.2 एमएम (औसत 2.4 एमएम), दिसंबर में शून्य और जनवरी में अब तक 16.2 एमएम (औसत 8.1 एमएम) बारिश रिकार्ड हो चुकी है।
नैनीताल में मंगलवार देर रात ओले तो गिरे लेकिन हिमपात नहीं हो सका, जिससे पर्यटक निराश हुए। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हिमपात की आस अभी बरकरार है। 28 जनवरी से पुनः एक और विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। जिसका असर दो दिन तक बना रहेगा।